PM Modi Kashmir Visit: प्रधानमंत्री मोदी पर घाटी यानी कश्मीर के लोगों ने जमकर प्यार बरसाया है. एक महिला ने कहा कि प्रधानमंत्री कश्मीर आएं या न आएं, लेकिन दिल्ली में भी उनके दिल के करीब कश्मीर ही रहता है. वे वहां रहकर भी कश्मीर और कश्मीरियत की भलाई के लिए सोचते रहते हैं. वहीं, एक अन्य शख्स ने कहा कि 2019 के बाद से घाटी में काफी बदलाव आया है. हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में यहां के लोगों को वो सभी सहूलियतें भी मिलेंगी, जिनकी हम इच्छा रखते हैं.
एक अन्य महिला ने कहा कि पीएम मोदी ने गरीबों की भलाई के लिए काफी काम किया है. आगे भी उम्मीद है कि वो हमारे लिए अच्छे काम करेंगे. पीएम मोदी ने कश्मीर के लोगों को काफी स्कीमें दी हैं, गरीबों के लिए घर दिया है. एक अन्य शख्श ने कहा कि पीएम मोदी ने देश की स्थिति को और बेहतर किया है. पूरे विश्व में उन्होंने देश का नाम रोशन किया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कश्मीर की जनता तक हर सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया है. यहां का हर नागरिक दुआ करता है कि पीएम मोदी की सरकार हमेशा बरकरार रहे.
#WATCH | Srinagar, J&K: People gathered at Srinagar's Bakshi Stadium to attend Prime Minister Narendra Modi's 'Viksit Bharat Viksit Jammu Kashmir' program.
— ANI (@ANI) March 7, 2024
Ex-BDC member, Aashfa Tabassum says, "...PM Modi has done good work. We hope that he will do good work for us too. He has… pic.twitter.com/jVX6OCc7t2
अनुच्छेद 370 को लेकर एक शख्स ने कहा कि इसके आड़ में कुछ हुकूमतें घपले और घोटाले कर रहे थे. उनका खानदानी काम था ये सब. लेकिन आम नागरिक को इसके हटने से काफी फायदे हैं.
इसके अलावा, श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में 'विकसित भारत विकसित जम्मू कश्मीर' कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोपियां, जम्मू, कुपवाड़ा, श्रीनगर, गांदरबल, बांदीपुरा, कठुआ और किश्तवाड़ के लाभार्थियों से बातचीत की.
पूर्व बीडीसी सदस्य आशफा तबस्सुम ने कहा कि पीएम मोदी ने अच्छा काम किया है। हमें उम्मीद है कि वह हमारे लिए भी अच्छा काम करेंगे. उन्होंने हमें योजनाएं और गरीबों के लिए घर मुहैया कराए हैं. महिलाओं के लिए अच्छी योजनाएं हैं. एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि हम यहां पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत करने आए हैं...आने वाले समय में हम चाहते हैं कि आम आदमी को सभी सुविधाएं मिलें.
#WATCH | Jammu: On PM Modi's visit to Jammu and Kashmir, a resident of Jammu says "I think this is going to be a great visit of PM Modi because the situation in Srinagar has completely changed. Militancy has been brought under control. 10 years ago, people used to feel scared… pic.twitter.com/GGmMe1QpW5
— ANI (@ANI) March 7, 2024
पीएम मोदी के जम्मू-कश्मीर दौरे पर जम्मू के एक निवासी ने कहा कि श्रीनगर में हालात पूरी तरह से बदल गए हैं. आतंकवाद पर काबू पा लिया गया है. 10 साल पहले, वहां जाने से पहले लोगों को डर लगता था लेकिन अब पर्यटकों की संख्या भी बढ़ गई है. कुल मिलाकर अनुच्छेद 370 हटने के बाद आतंकवाद पर लगाम लगी है.
#WATCH | Jammu: On PM Modi's visit to Jammu and Kashmir, a resident of Jammu, Rajendra says "The situation in J&K is peaceful after the abrogation of Article 370. I am a contractor and we used to work at the India-Pakistan border. Before the abrogation of Article 370, several… pic.twitter.com/B2aTHCCxNh
— ANI (@ANI) March 7, 2024
जम्मू के रहने वाले राजेंद्र ने कहा कि धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में स्थिति शांतिपूर्ण है. मैं एक ठेकेदार हूं और हम भारत-पाकिस्तान सीमा पर काम करते थे. धारा 370 हटने से कई मौतें हो रही थीं और हमारे किसान शांति से काम नहीं कर पा रहे थे. आज स्थिति पूरी तरह बदल गई है... पहले पाकिस्तान की तरफ से हमले होते थे तो लोग अपना घर छोड़कर भाग जाते थे लेकिन हटने के बाद धारा 370 से ये सब बंद हो गया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर के बक्शी स्टेडियम में मौजूद स्थानीय लोगों से बातचीत भी की. पीएम मोदी ने सबसे पहले नाजिर नजीम से बात की. नाजिर ने कहा कि मैं पुलवामा का रहने वाला हूं, मेरी जर्नी 2018 में शुरू हुई. मैंने अपने घर की छत पर दो मधुमक्खी के छत्ते रखे थे. मैं उस वक्त 10वीं में पढ़ाई करता था. धीरे-धीरे मैंने इंटरनेट पर मधुमक्खी पालन के बारे में जानकारी जुटाई. 10वीं पास करने के बाद 2019 में मैं सरकार के पास गया. उस वक्त मुझे 50 प्रतिशत की सब्सिडी पर 25 मधुमक्खियों के बॉस मिले. इसके बाद मैंने उनसे पहली बार में 75 किलोग्राम शहद निकाला.
नाजिर ने बताया कि उस समय मुझे उतनी जानकारी नहीं थी, इसलिए मैं शहद को साधारण बोतल में रखकर गांव-गांव बेचता था. मेरी पहली कमाई करीब 60 हजार रुपये थी. धीरे-धीरे मैंने अपने सफर को 200 बॉक्स तक पहुंचाया. उस दौरान मैंने पीएमईजीपी का सहारा लिया. इससे मुझे 5 लाख रुपये मिले और मैंने अपना शहद का कारोबार आगे बढ़ाया.
नाजिर ने पीएम मोदी से बातचीत में कहा कि 2020 में मैंने अपनी वेबसाइट खोली और धीरे-धीरे मेरा शहद का एक ब्रांड बन गया. इसके बाद वेबसाइट के जरिए मैंने हजारों किलोग्राम शहद बेचे. उन्होंने बताया कि 2023 में मैंने 5 हजार किलोग्राम शहद ऑनलाइन बेचे हैं. उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे मेरे साथ 100 ऐसे लोग जुड़ गए, जो मधुमक्खी पालन का काम कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने नाजिम से सवाल भी पूछा. उन्होंने पूछा कि जब आप पढ़ाई करते थे, तब आपका क्या सपना था?
नाजिम ने जवाब दिया कि मेरे घरवाले कहते थे कि तुम पढ़ाई-लिखाई करके डॉक्टर या इंजीनियर बन जाओ. लेकिन जब मैं मधुमक्खी के दो बॉक्स लेकर आया था, तब मैंने सोच लिया था कि मैं अपना खुद का कारोबार करूंगा.
इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि आपका परिवार आपकी क्षमता को जानता था, आप डॉक्टर बन सकते थे, लेकिन आपने अपने मन की करने की ठानी. हमने हरित क्रांति और सफेद क्रांति के बारे में सुना था, लेकिन आज कश्मीर के युवा मीठी क्रांति ला रहे हैं.
नाजिम ने इसके बाद बताया कि पहले हमारे घरवाले झिझकते थे, लेकिन अब वे हमारी खुलकर मदद करते हैं. नाजिम ने बताया कि अब दूसरे राज्यों की सरकारें अब हमें मुफ्त में कारोबार के लिए जमीनें दे रही है. इसके बाद पीएम मोदी ने नाजिम की जमकर तारीफ की.
पीएम मोदी ने श्रीनगर की एहतेशाम नजीद भट से भी बातचीत की. एहतेशाम ने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर बेकिंग के क्षेत्र में काफी कामयाबी पाई है. बेकरी से जुड़े कारोबार के बारे में पीएम मोदी को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मैं बचपन से ही बेकरी के कारोबार को लेकर पैशनेट थी. जैसे ही मेरा एडमिशन फूड टेक्नोलॉजी स्किल डेवलपमेंट में हुआ, मुझे लगा कि मेरे पैशन को एक दिशा मिली है.
एहतेशाम ने बताया कि हम बेकरी में कुछ नए इनोवेशन करना चाहते थे. हम ऐसा प्रोडक्ट तैयार करना चाहते थे, जिसे हर कोई कंज्यूम कर सके, चाहे वो डायबटिक हो, हेल्थ कॉन्शियस हो या फिर नॉर्मल पर्सन. इसके लिए हमें सपोर्ट की जरूरत थी. फिर हमें गवर्मेंट पॉलिटेक्निक फॉर वूमन स्किल डेवलपमेंट ने हमारा साथ दिया. हमें 6 महीने की ट्रेनिंग मिली. इस दौरान हमें पैशन, सपोर्ट और मार्केटिंग स्किल सीखने को मिला.
इसके बाद हमने अपना मैनूफैक्चरिंग यूनिट खोलने का सोच लिया. फिर हमने कुछ एक्सपर्ट्स से भी राय ली. 2019 के बाद जब सरकार ने डिजिटल सेवाओं के तहत सिंगल विंडो सिस्टम बनाया, उससे हमें सभी तरह की एनओसी और पेपर वर्क घर बैठे ही मिल गया. अभी हमारा मैनूफैक्चरिंग यूनिट चल रहा है. 2 लाख रुपये की महीने की बिक्री भी हो जाती है.