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India Daily
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भारत ने 'ईकोलॉजी और इकोनॉमी' में संतुलन बनाया, COP28 जलवायु शिखर सम्मेलन में बोले पीएम मोदी

पीएम ने कहा कि भारत में विश्व की 17 प्रतिशत आबादी रहती है, इसके बावजूद वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में भारत का योगदान 4 प्रतिशत से भी कम है.

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Om Pratap
COP28 Summit 2023, World Climate Action Summit, COP28UAE, PM Modi

हाइलाइट्स

  • दुबई में हो रही है कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (COP28) की 28वीं बैठक
  • पीएम मोदी ने जलवायु के मुद्दे पर बताई भारत की तैयारी और प्रतिबद्धता

PM Modi in COP28 Summit 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शुक्रवार को दुबई में संयुक्त राष्ट्र के विश्व जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन (COP28) में शामिल हुए. प्रमुख जलवायु शिखर सम्मेलन में संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने ईकोलॉली (पारिस्थितिकी) और इकोनॉमी (अर्थव्यवस्था) में संतुलन बनाने का एक उदाहरण स्थापित किया है. पीएम ने कहा कि भारत में विश्व की 17 प्रतिशत आबादी रहती है, इसके बावजूद वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में भारत का योगदान 4 प्रतिशत से भी कम है.

30 नवंबर से शुरू हुई है बैठक

जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत दुनिया की उन कुछ अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, जो एनडीसी लक्ष्यों को पूरा करने की राह पर हैं. पीएम मोदी की यात्रा भारत की जी20 की अध्यक्षता के बाद हो रही है, जिसके दौरान राष्ट्र ने इस दशक के अंत तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को तीन गुना करने की प्रतिबद्धता के लिए वैश्विक नेताओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। COP28 का मतलब कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी) की 28वीं बैठक है, जो 30 नवंबर से शुरू हुई है.

2070 तक उत्सर्जन को जीरो करने का लक्ष्य 

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज इस मंच से मैं एक और ग्रह समर्थक, सक्रिय और सकारात्मक पहल (ग्रीन क्रेडिट पहल) की घोषणा करता हूं. उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य 2030 तक उत्सर्जन तीव्रता को 45% तक कम करना है, जबकि हमने गैर-जीवाश्म ईंधन की हिस्सेदारी 50% तक बढ़ाने का फैसला किया है. पीएम नो कहा कि हम 2070 तक नेट जीरो के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं. भारत जलवायु परिवर्तन प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क के लिए भी प्रतिबद्ध है. इसीलिए, इस मंच से मैं 2028 में भारत में COP33 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का प्रस्ताव करता हूं.