Parliament Security Breach: संसद भवन में सुरक्षा उल्लंघन और घुसपैठ के मामले में दिल्ली पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें दो महिलाएं और चार पुरुष हैं. एक आरोपी अभी भी फरार है. सूत्रों के मुताबिक सभी छह आरोपियों के खिलाफ आतंकवाद विरोधी कानून (UAPA) के तहत केस दर्ज किया है. इन सभी आरोपियों ने संसद भवन में घुसपैठ और वारदात की साजिश की.
पुलिस के अनुसार, छह आरोपियों की पहचान सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम, अनमोल, विक्की शर्मा और उसकी पत्नी वृंदा के रूप में हुई है. जबकि ललित झा नाम का शख्स अभी भी फरार है. ये सभी आरोपी कथित तौर पर गुरुग्राम में ललित झा के घर पर रुके थे. पूछताछ में सामने आया है कि ये छह आरोपी चार साल से सोशल मीडिया पर संपर्क में थे. हाल ही में आरोपियों ने संसद में सुरक्षा उल्लंघन की योजना बनाई थी. इतना ही नहीं आरोपियों ने घुसपैठ से कुछ दिन पहले संसद भवन की रैकी भी की थी.
1. बुधवार यानी 13 दिसंबर को संसद भवन की लोकसभा में शून्यकाल के दौरान सागर शर्मा और मनोरंजन डी दर्शक दीर्घा से चैंबर में कूद गए थे. इसके बाद सदन में कलर स्प्रे से पीला धुआं उड़ाया. सदन में मौजूद सांसदों ने सांसदों ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया. वहीं सदन के बाहर अनमोल शिंदे और नीलम ने वैसे ही कलर स्प्रे से पीला धुआं उड़ाया और नारेबाजी की.
2. सूत्रों ने बताया कि हिरासत में लिए गए चार लोगों के अलावा योजना बनाने में दो और लोग भी शामिल थे. लोकसभा में प्रवेश करने वाले दो आरोपियों समेत 6 लोग गुरुग्राम में ललित झा के घर पर रुके थे. सातवां आरोपी अभी भी फरार है.
3. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, जो आतंकवाद विरोधी अभियानों से जुड़ी है, जांच का नेतृत्व कर रही है. अतिक्रमण, आपराधिक साजिश और कड़े गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
4. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सभी सोशल मीडिया पर 'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़े हुए थे. वे करीब डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले थे और बाद में उन्होंने अपनी योजना तय की.
5. आरोपियों की टीम ने रेकी की, यहां तक कि एक सदस्य ने परिसर का सर्वेक्षण करने के लिए मार्च की शुरुआत में भी संसद में प्रवेश भी किया था. उन्होंने एक सुरक्षा खामी का फायदा उठाया जहां जूतों की पूरी तरह से जांच नहीं की जाती थी.
6. उल्लंघन के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने घुसपैठियों को पकड़ने और सामग्री जब्त करने की पुष्टि की है. प्रारंभिक जांच से पता चला कि धुआं खतरनाक नहीं था.
7. गृह मंत्रालय ने सुरक्षा चूक की जांच करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपायों की सिफारिश करने के लिए सीआरपीएफ डीजी अनीश दयाल सिंह के नेतृत्व में एक जांच समिति का गठन किया है.
8. घुसपैठियों में से एक द्वारा इस्तेमाल किया गया विजिटर्स पास भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के नाम से जारी किया गया था. इसके बाद सांसद सिम्हा ने बताया कि उन्होंने आरोपी के पिता के अनुरोध के बाद पास जारी किया था.
9. विपक्षी नेताओं ने सांसद प्रताप सिम्हा को निष्कासित करने और उल्लंघन के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराते हुए जवाबदेही की मांग की है.
10. यह उल्लंघन लश्कर और जेईएम के पांच आतंकवादियों ने 13 दिसंबर साल 2001 को संसद भवन पर हमला किया था. हमले में नौ सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे, जबकि पांचों आतंकियों को मार गिराया गया था.