Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब चरम पर पहुंचता जा रहा है है. पाकिस्तान ने सीमा पार से गुरुवार की आधी रात को ड्रोन और मिसाइलों से भारत पर हमला शुरू कर दिया, हालांकि इन हमलों को भारतीय सेना ने तत्परता से नाकाम कर दिया.
भारतीय सीमा सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को भी विफल किया. शुक्रवार सुबह पाकिस्तान ने पुंछ, राजौरी, उरी और कुपवाड़ा के चौकीबल क्षेत्र में भारी गोलीबारी की. भारत के जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए ड्रोन और मिसाइल हमलों की श्रृंखला शुरू की.
भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों खास तौर रूप से रूस से लाया गया S-400 मिसाइल सिस्टम ने इन हमलों को सफलतापूर्वक रोक लिया. जिससे भारतीय सैन्य संपत्तियों और मानव जीवन को नुकसान से बचाया गया. आधी रात से अखनूर, सांबा, बारामुल्ला और कुपवाड़ा जैसे क्षेत्रों में सायरन और विस्फोटों की आवाजें गूंजने लगी. जिसके बाद भारतीय सेना ने सीमा पर व्यापक हवाई निगरानी की और जवाबी कार्रवाई में लाहौर स्थित पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों, विशेष रूप से उनकी वायु रक्षा प्रणालियों को निशाना बनाया.
भारतीय सेना द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सेना बलों ने सरगोधा एयरबेस से उड़ान भरने वाले पाकिस्तानी F-16 और JF-17 थंडर लड़ाकू विमानों को मार गिराया. साथ ही जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे 50 से अधिक पाकिस्तानी ड्रोनों को निष्प्रभावित किया. ये ड्रोन उधमपुर, सांबा, जम्मू, अखनूर, नगरोटा और पठानकोट जैसे क्षेत्रों में मार गिराए गए. भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन हमलों को रोकने के लिए व्यापक काउंटर-ड्रोन ऑपरेशन चला रहा है.
पाकिस्तान के साथ तनाव को देखते हुए भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया और रात में ब्लैकआउट लागू किया गया. नागरिकों को घरों में रहने और लाइट बंद रखने के निर्देश दिए गए ताकि हवाई खतरों की दृश्यता कम हो. अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया और आपातकालीन आश्रय स्थल बनाए गए. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मानक संचालन प्रक्रियाओं के तहत गतिज और गैर-गतिज क्षमताओं का उपयोग कर खतरों को तुरंत neutralized किया गया. किसी भी तरह के नुकसान या हताहत की कोई सूचना नहीं है.