India Pakistan War: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से फोन पर अहम बातचीत की. इस दौरान उन्होंने स्पष्ट कहा कि भारत सीमा पार से आतंकवाद और उकसावे की किसी भी कोशिश का पूरी ताकत से जवाब देगा.
बता दें कि यह बातचीत उस समय हुई जब पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान जैसे सीमावर्ती इलाकों पर मिसाइल और ड्रोन हमले तेज कर दिए हैं. भारत ने भी इसका जवाब देते हुए पाकिस्तान के तीन लड़ाकू विमान मार गिराए, जिनमें दो जेएफ-17 और एक एफ-16 शामिल था.
रुबियो ने की शांति की अपील
वहीं अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस के मुताबिक, ''विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने आज भारतीय विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर से बात की और क्षेत्र में तुरंत तनाव कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया.'' रुबियो ने भारत-पाक के बीच संवाद बढ़ाने और सीधी बातचीत को अमेरिका का समर्थन दोहराया. उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है.
जयशंकर का दो टूक जवाब
बताते चले कि एस जयशंकर ने बातचीत के बाद एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ''आज शाम अमेरिकी विदेश मंत्री @सेक रुबियो से बात की. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता की सराहना करता हूं. सीमा पार आतंकवाद के प्रति भारत की लक्षित और संतुलित प्रतिक्रिया को रेखांकित किया. तनाव बढ़ाने के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से मुकाबला किया जाएगा.''
भारत की जवाबी कार्रवाई
गुरुवार शाम पाकिस्तान की ओर से किए गए हमले में जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया. आरएस पुरा, अरनिया, सांबा और हीरानगर इलाकों में आठ मिसाइलें दागी गईं, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया. इसके कुछ घंटे बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में कई सैन्य ठिकानों को टारगेट किया और तीन फाइटर जेट्स को ढेर कर दिया.
'सिंदूर' ऑपरेशन के बाद हमला
इसके अलावा, यह पूरी घटना भारत द्वारा 'सिंदूर' नामक अभियान के तहत पाकिस्तान में आतंकी शिविरों को तबाह करने के ठीक एक दिन बाद हुई है. इस ऑपरेशन में 26 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई थी.
ब्लैकआउट और हाई अलर्ट
वहीं राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के कई शहरों में ब्लैकआउट की स्थिति बनी हुई है. पूरे सीमावर्ती इलाके हाई अलर्ट पर हैं और मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात किया जा चुका है.