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Odisha News: पुरी जगन्नाथ मंदिर में घुसने की कोशिश कर रहे थे बांग्लादेशी, सुरक्षाकर्मियों ने 9 को दबोचा

Odisha News: पुरी के जगन्नाथ टेंपल में अवैध तरीके घुसने की कोशिश कर रहे 9 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया है. ओडिशा पुलिस के मुताबिक, जगन्नाथपुरी मंदिर में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है. अगर पकड़े गए सभी 9 लोग गैर हिंदू पाए गए तो उनके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.

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Bangladeshi arrested for illegally entering Puri Jagannath temple

Odisha News: ओडिशा के पुरी जगन्नाथ टेंपल में घुसने की कोशिश कर रहे 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दावा किया जा रहा है कि अवैध तरीके से घुसने की कोशिश में पकड़े गए सभी 9 लोग बांग्लादेशी हैं और गैर हिंदू हैं. सोमवार को विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों की ओर से रिपोर्ट किए जाने के बाद कि गैर-हिंदू बांग्लादेशियों के समूह को दबोचा गया. ये सभी रविवार शाम को मंदिर के अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे.

घटना की सूचना सिंहद्वार थाने को दी गयी. पुरी के अतिरिक्त एसपी (ASP) सुशील मिश्रा ने कहा कि त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और आगे की जांच के लिए संदिग्धों को हिरासत में ले लिया. ASP ने कहा कि हमें शिकायत मिली कि बांग्लादेश से कुछ गैर-हिंदू लोग मंदिर में प्रवेश कर गए हैं. हमने नौ बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ शुरू कर दी है.

9 में से चार पहुंच गए थे मंदिर के अंदर

उन्होंने कहा कि मंदिर सख्ती से केवल हिंदुओं को प्रवेश की अनुमति देता है और गैर-हिंदू पाए जाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. ASP ने कहा कि हम उनके पासपोर्ट की जांच कर रहे हैं. जांच में ये पाया गया है कि पकड़े गए सभी 9 लोगों में से एक हिंदू है. हम अन्य के पासपोर्ट की जांच कर रहे हैं. प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि 9 में से 4 लोग मंदिर के अंदर पहुंच गए थे.

क्या हैं मंदिर में एंट्री के नियम?

पुरी जगन्नाथ मंदिर देश में मौजूद हिंदू प्रमुख तीर्थस्थानों में से एक है. यहां हर साल लाखों श्रद्धालु पूजा के लिए पहुंचते हैं. खासकर रथयात्रा के दौरान यहां काफी भीड़ होती है. हिंदू ग्रंथों के मुताबिक, ये मंदिर कई मायनों में काफी अलग है. कहा जाता है कि इस मंदिर में स्वयं भगवान विष्णु का वास है. 

मंदिर में सिर्फ हिंदुओं के प्रवेश की ही अनुमति है. अगर कोई गैर हिंदू यहां आता है, तो उसके प्रवेश पर सख्त पाबंदी है. मंदिर में पुराने वक्त से काम कर रहे सेवादारों के मुताबिक, ये नियम काफी समय पहले ही बनाए गए थे, जिसका आज तक सख्ती से पालन कियाजा रहा है.