मयूरभंज: ओडिशा से इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है. मयूरभंज जिले के सामाखुंटा ब्लॉक के एक सरकारी इंजीनियर पर नौ नाबालिग छात्रों से यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है.
आरोप है कि इंजीनियर ने स्कूल हॉस्टल का निरीक्षण करने के बहाने बच्चों को निर्माणाधीन शौचालय में ले जाकर उनसे अशोभनीय हरकत की और उन्हें धमकाया कि अगर किसी को बताया तो गंभीर अंजाम भुगतने होंगे. बच्चों की हिम्मत से मामला सामने आया और आरोपी अब न्यायिक हिरासत में है.
यह मामला मयूरभंज जिले के हरिश्चंद्रपुर गांव स्थित भंजभूमि संस्कृत विद्यालय का है. आरोपी की पहचान प्रशांत सेनापति के रूप में हुई है, जो सामाखुंटा ब्लॉक में सहायक अभियंता के पद पर तैनात था. रविवार को वह विद्यालय में विकास कार्यों की जांच करने गया था. उसी दौरान उसने हॉस्टल में रह रहे नौ बच्चों को बहाने से बाहर बुलाया और उन पर अनुचित व्यवहार किया.
पुलिस के मुताबिक, रविवार सुबह करीब 9 बजे आरोपी सेनापति ने नौ छात्रों को निर्माणाधीन भवन में बुलाया. उसने पहले बच्चों से विकास कार्यों से जुड़े कुछ सवाल पूछे, फिर धीरे-धीरे उन्हें अकेले में ले जाकर गलत हरकत की. बच्चे डर गए और चुप रहे, लेकिन आरोपी की नीयत यहीं नहीं रुकी.
उसी शाम करीब 7 से 8 बजे के बीच सेनापति दोबारा स्कूल हॉस्टल पहुंचा. इस बार वह बच्चों को बहाने से निर्माणाधीन शौचालय में ले गया. वहां उसने उनके साथ यौन शोषण किया और किसी को बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. बच्चों ने उस समय डर के मारे चुप्पी साध ली.
अगले दिन यानी सोमवार को नौ छात्रों ने साहस जुटाकर अपनी प्रधानाध्यापिका सेबती मोहंता को पूरी बात बताई. प्रधानाध्यापिका ने तुरंत मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस से संपर्क किया और औपचारिक शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर गिरफ्तार कर लिया.
सदर थाना प्रभारी अधिकारी आदित्य प्रसाद जेना ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. बच्चों के बयान और मेडिकल जांच पूरी की जा चुकी है. पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या आरोपी पहले भी किसी ऐसी हरकत में शामिल रहा है. अदालत ने आरोपी की जमानत याचिका खारिज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.