Omar Abdullah Reaction Over India-Bharat Debate: इंडिया-भारत नाम को लेकर चल रहे विवाद पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) भी कूद पड़े हैं. उन्होंने कहा कि इसे कोई नहीं बदल सकता. देश का नाम बदलना कोई मामूली बात नहीं है. इसके लिए आपको देश का संविधान बदलना होगा. उन्होंने चैलेंज देते हुए कहा कि हिम्मत है तो ऐसा करके दिखाइए. हम भी देखेंगे कि कौन आपका साथ देता है. अगर आप संविधान पढ़ें तो उसमें शुरू में ही लिखा है इंडिया दैट इज भारत विच इज यूनियन ऑफ स्टेट्स, उसमें दोनों नाम दर्ज हैं.
उमर ने कसा तंज
उमर ने इससे पहले कहा था कि हमारे संविधान में इंडिया और भारत दोनों का उल्लेख है. देश के संविधान से इंडिया नाम को नहीं हटाया जाना चाहिए, क्योंकि देश में कई संस्थान इसका उपयोग करते हैं. उन्होंने ये भी कहा था कि कितने नाम बदलोगे? क्या आप चंद्रमा और अंतरिक्ष में रॉकेट भेजने वाले इसरो, एसबीआई, आईआईटी और आईआईएम के नाम भी बदल देंगे? उन्होंने तंज कसते हुए कहा था, अगर ऐसा सिर्फ इसलिए है, क्योंकि विपक्ष ने अपना नाम I.N.D.I.A रखा है, तो हम अपना नाम बदल देंगे. हम देश को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते.
#WATCH | On the India/Bharat debate, National Conference leader Omar Abdullah says "Nobody can change it... It is not so easy to change the name of the country. To do this, you will have to change the Constitution of the country. If you have the guts, then do it, we will also see… pic.twitter.com/ogKZ6VkAAN
— ANI (@ANI) September 8, 2023
वन नेशन वन इलेक्शन' पर उमर की राय
संसद के विशेष सत्र को लेकर बोलते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र में 'वन नेशन वन इलेक्शन' पर चर्चा हो सकती है. हालांकि, सत्र के लिए अभी तक कोई एजेंडा नहीं है. हम इसके पीछे के उद्देश्य को समझने में असमर्थ हैं. उन्होंने ये भी कहा था कि, मैंने अतीत में गठित कम से कम चार या पांच समितियों को देखा है, जिन्होंने यही प्रस्ताव रखा था. यदि इसके पीछे उद्देश्य प्रक्रिया को आसान बनाना है, तो किसी को कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन हम किसी को भी इसे क्षेत्रीय दलों के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देंगे
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