Modi Swearing-in Ceremony: राष्ट्रपति भवन में रविवार शाम 7 बजकर 15 मिनट पर एक आवाज गूंजेगी... मैं नरेंद्र दामोदर दास मोदी... ईश्वर की शपथ लेता हूं कि... ये तीसरा मौका होगा, जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. इस पल के गवाह 9 हजार से अधिक मेहमान बनेंगे. इनमें 6 देशों के राष्ट्र प्रमुख भी शामिल होंगे. नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 को भव्य बनाने के लिए राष्ट्रपति भवन में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
सूत्रों के मुताबिक, समारोह के दौरान राष्ट्रपति भवन में अर्धसैनिक बलों की 5 कंपनियों, एनएसजी कमांडो, ड्रोन और स्नाइपर्स समेत बहुस्तरीय सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे. राष्ट्रीय राजधानी में 9 जून यानी कल दिन हाई अलर्ट रहेगा क्योंकि सार्क (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन) देशों के गणमान्यों को नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का आमंत्रण भेजा गया है, जिसे स्वीकार भी कर लिया गया है.
अधिकारियों के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्तियों को उनके होटलों से समारोह स्थल तक और वापस आने के लिए रूट तैयार किया गया है. सूत्रों के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह में बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, भूटान, नेपाल, मॉरीशस के शीर्ष नेताओं के शामिल होने की संभावना है. दिल्ली पुलिस के स्वाट और एनएसजी के कमांडो समारोह के दिन राष्ट्रपति भवन और विभिन्न रणनीतिक स्थानों के आसपास तैनात रहेंगे.
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने समारोह के लिए सुरक्षा योजना बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय और नई दिल्ली जिले में कई बैठकें की हैं. एक सीनियर पुलिस अधिकारी के अनुसार, चूंकि यह कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन के अंदर आयोजित किया जाना है, इसलिए परिसर के अंदर और बाहर तीन स्तरीय सुरक्षा होगी. बाहरी घेरे में दिल्ली पुलिस के जवान तैनात रहेंगे, उसके बाद अर्धसैनिक बल के जवान और आंतरिक घेरे में राष्ट्रपति भवन की आंतरिक सुरक्षा.
अधिकारी ने कहा कि अर्धसैनिक बल और दिल्ली सशस्त्र पुलिस (डीएपी) के जवानों की पांच कंपनियों सहित लगभग 2,500 पुलिसकर्मियों को कार्यक्रम स्थल के आसपास तैनात करने की योजना बनाई गई है. एक अन्य अधिकारी ने कहा कि गणमान्य व्यक्तियों के मार्गों पर भी स्नाइपर और सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे और नई दिल्ली जिले में रणनीतिक स्थानों पर ड्रोन तैनात किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि सुरक्षा घेरा पिछले साल जी20 शिखर सम्मेलन के समान होने की संभावना है. अधिकारी ने कहा कि दिल्ली के मध्य भाग की ओर जाने वाली कई सड़कें रविवार को बंद हो सकती हैं या सुबह से ही यातायात में बदलाव किया जा सकता है. शनिवार से ही राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर जांच बढ़ा दी जाएगी.