menu-icon
India Daily

Marathi Row: 'क्या आमिर खान और जावेद अख्तर मराठी बोलते हैं?', मराठी विवाद पर महाराष्ट्र के मंत्री ने किया सवाल

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा मुंबई के मीरा रोड में एक दुकानदार की कथित पिटाई के बाद, जिसने मराठी बोलने से इनकार किया था, महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. राणे ने सवाल उठाया कि क्या बॉलीवुड के दिग्गज आमिर खान और जावेद अख्तर मराठी बोलते हैं? उन्होंने कहा, 'क्या जावेद अख्तर और आमिर खान मराठी में बात करते हैं?

auth-image
Edited By: Antima Pal
Marathi Row
Courtesy: social media

Marathi Row: महाराष्ट्र में भाषा को लेकर एक नया विवाद छिड़ गया है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा मुंबई के मीरा रोड में एक दुकानदार की कथित पिटाई के बाद, जिसने मराठी बोलने से इनकार किया था, महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. राणे ने सवाल उठाया कि क्या बॉलीवुड के दिग्गज आमिर खान और जावेद अख्तर मराठी बोलते हैं? उन्होंने कहा, 'क्या जावेद अख्तर और आमिर खान मराठी में बात करते हैं? फिर एक गरीब हिंदू को क्यों पीटा जाता है?' यह बयान एक वायरल वीडियो के बाद आया, जिसमें MNS कार्यकर्ताओं ने एक दुकानदार को हिंदी में जवाब देने पर कथित तौर पर थप्पड़ मारे.

क्या है पूरा मामला?

मुंबई के मीरा रोड में एक मिठाई की दुकान पर कुछ लोग, जो MNS के बैज पहने हुए थे, ने दुकानदार से पानी मांगा. जब दुकानदार ने हिंदी में जवाब दिया और कहा कि महाराष्ट्र में कई भाषाएं बोली जाती हैं, तो कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई कर दी. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद नितेश राणे ने MNS कार्यकर्ताओं को चुनौती दी कि वे नल बाजार या मोहम्मद अली रोड जैसे इलाकों में जाकर वहां के लोगों को मराठी बोलने के लिए कहें. राणे ने कहा कि केवल हिंदुओं को निशाना बनाना गलत है और उनकी सरकार ऐसी हरकतों पर नजर रखेगी.

राणे के बयान ने विवाद को और हवा दी, क्योंकि उन्होंने आमिर खान और जावेद अख्तर जैसे बड़े सितारों का नाम लिया. राणे का कहना था कि अगर मराठी बोलना अनिवार्य है, तो क्या इन मशहूर हस्तियों से भी यही सवाल पूछा जाता है? उन्होंने सरकार की हिंदुत्व विचारधारा का हवाला देते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी.

लोगों ने दुकानदार के समर्थन में आवाज उठाई

इस घटना ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है. कुछ लोग राणे के बयान का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ इसे हिंदू-मुस्लिम एंगल देने की कोशिश मान रहे हैं. मीरा रोड के स्थानीय लोगों ने दुकानदार के समर्थन में आवाज उठाई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.