तिरुवल्लूर: तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. शनिवार, 12 जुलाई 2025 को गुम्मिडीपूंडी के पास एक 10 वर्षीय बच्ची के अपहरण और यौन उत्पीड़न के प्रयास की सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद जनता में गुस्सा और डर का माहौल है. यह घटना न केवल स्थानीय समुदाय के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है.
चौथी कक्षा में पढ़ने वाली यह मासूम बच्ची स्कूल से अपने घर की ओर लौट रही थी, तभी एक अज्ञात व्यक्ति ने उसका पीछा शुरू किया. सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई देता है कि संदिग्ध व्यक्ति बच्ची को पकड़कर पास की झाड़ियों की ओर खींचने की कोशिश करता है. बच्ची की साहसिक प्रतिक्रिया ने उसकी जान बचाई. उसने जोर-जोर से मदद के लिए चिल्लाया, जिसके बाद हमलावर डरकर भाग खड़ा हुआ. बच्ची ने तुरंत अपनी दादी को इस भयावह अनुभव के बारे में बताया, जिन्होंने तत्काल आरामबक्कम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई.
🚨शर्मनाक!
— Ocean Jain (@ocjain4) July 17, 2025
तिरुवल्लूर के गुम्मिडीपूंडी के पास दिनदहाड़े एक 10 साल की बच्ची का अपहरण कर उसका यौन उत्पीड़न किया गया! सीसीटीवी फुटेज से इस भयावहता का खुलासा हुआ है, फिर भी वह दरिंदा 5 दिन बाद भी आज़ाद है!
लेकिन क्या अपने देश के मीडिया में ये न्यूज सुनी?नहीं!अगर बीजेपी की सरकार… pic.twitter.com/7yyp4ktEXy
वायरल सीसीटीवी फुटेज ने बढ़ाया आक्रोश
पास में लगे एक सीसीटीवी कैमरे ने इस पूरी घटना को रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. यह विचलित करने वाला वीडियो देखकर न केवल स्थानीय लोग, बल्कि बाल अधिकार संगठन और राजनीतिक नेता भी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वीडियो में संदिग्ध का दुस्साहस साफ दिखाई देता है, जिसने समाज में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.
नेताओं की प्रतिक्रिया
तमिलनाडु भाजपा के पूर्व अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, "यह बेहद दुखद है कि अपराध के पाँच दिन बाद भी अपराधी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. ऐसे अपराधी, जो पीड़िता के नाबालिग होने की परवाह किए बिना यौन अपराध करते हैं, खुलेआम घूम रहे हैं, यह दर्शाता है कि समाज कितने खतरनाक माहौल में जी रहा है."
पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की है. संदिग्ध की पहचान और गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं. पुलिस आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की गहन जांच कर रही है और स्थानीय निवासियों से सुराग जुटाने में जुटी है. हालांकि, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, जिससे लोगों में असंतोष बढ़ रहा है.
सुरक्षा पर उठते सवाल
यह घटना बच्चों की सुरक्षा और समाज में बढ़ते अपराधों पर गंभीर सवाल उठाती है. स्कूल से घर लौट रही एक मासूम बच्ची पर इस तरह का हमला न केवल अपराधी की हिम्मत को दर्शाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी और सुरक्षा के उपायों को और सख्त करने की आवश्यकता है.