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Lok Sabha Elections 2024: अमित शाह, राज ठाकरे के बीच 30 मिनट हुई बातचीत, NDA में MNS के आने क्या हैं मायने?

Lok Sabha Elections 2024: राज ठाकरे लोकसभा चुनाव से पहले NDA गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. राज ठाकरे और उनके बेटे अमित ठाकरे ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है.

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Lok Sabha Elections 2024

Lok Sabha Elections 2024:  एनडीए गठबंधन में एक और दल शामिल होने के करीब है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना जल्द ही एनडीए में शामिल हो सकती है. राज ठाकरे और उनके बेटे अमित ठाकरे दिल्ली में हैं और बीजेपी नेताओं के साथ मीटिंग होने की बात सामने आ रही है.

राज ठाकरे कुछ देर पहले यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे थे. दोनों नेताओं के बीच लगभग 30 मिनट बातचीत हुई. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि इस बैठक के बाद एमएनएस की एनडीए में एंट्री पर कोई ठोस फैसला लिया जाएगा. ऐसा हुआ को ये महाविकास अघाड़ी के लिए बड़ा झटका होगा. 

दो सीट मांग रहे हैं राज ठाकरे?

राज ठाकरे बीजेपी से महाराष्ट्र में दो सीट की मांग कर रहे हैं. एमएनएस की नजर दक्षिण मुंबई और शिरडी लोकसभा सीट पर है. बीजेपी के लिए ये डील खराब नहीं है, क्योंकि एमएसएस के आने से पार्टी को कई सीटों पर फायदा मिलेगा. अगर गठबंधन हो जाता है तो मनसे को मुंबई में दो सीट दी जा सकती है, जहां उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले शिवसेना के गुट का प्रभाव है.

2019 में BJP के खिलाफ किया था प्रचार

दिल्ली में इस समय देश के कई नेता डेरा डाले हुए हैं. देवेन्द्र फड़णवीस और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले भी दिल्ली में हैं. कायास लगाए जा रहे हैं राज ठाकरे दिल्ली डील फाइनल करने के मूड से आए हैं. बीजेपी और MNS दोनों दल की विचारधार एक ही है. बता दें कि  2019 के चुनाव में राज ठाकरे ने अपने उम्मीदवार तो नहीं उतारे थे, लेकिन बीजेपी के खिलाफ प्रचार जरूर किया था. 

राज ठाकरे के आने से BJP को फायदा

1. राज ठाकरे का माराठी वोटर्स में अच्छा प्रभाव है खासकर के मुंबई से सटे इलाकों में वो मराठी वोटर्स को आकर्षित कर सकते हैं. 

2. राज ठाकरे के आने से बीजेपी को उद्धव ठाकरे को काउंटर करने में आसानी होगी. 

3. बीजेपी को राज ठाकरे की आक्रमक भाषण शैली का फायदा मिल सकता है. ठाकरे का भाषण सुनने जनता आती है. 

4. राज ठाकरे की छवि हिंदुत्ववादी नेता की है. अगर गठबंधन में शामिल होते हैं तो हिंदू वोटर्स के विभाजन का डर खत्म हो जाएगा.