Lawrence Bishnoi: राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA जून 2023 में एक मामले में लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करती है. चार्जशीट में कहा जाता है कि लॉरेंस बिश्नोई अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की तरह है. जैसे साल 1990 के आसपास दाउद इब्राहिम ने पूरे देश में अपना नेटवर्क बनाया था, वैसे ही लॉरेंस भी अपने आतंकी नेटवर्क को बढ़ा रहा है.
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया है. इसके बाद कहा जा रहा है कि पंजाब का ये गैंगस्टर अपने काले कारनामों की वजह से नया डॉन बनता जा रहा है. उसकी तुलना अंडरवर्ल्ड डॉन से इसलिए की जा रही है कि NIA ने तो उसकी तुलना दाऊद से की ही थी, लेकिन जिस तरह का नेटवर्क लॉरेंस का है, वो दाऊद से कम नहीं है.
कहा जाता है कि जेल में रहकर लॉरेंस ने बाहर बैठे अपने साथियों के साथ मिलकर बड़ा गैंग तैयार किया है. इस गैंग ने साल 2022 तक एक्सटॉर्शन के जरिए करोड़ों रुपये कमाए थे. चंडीगढ़ में पढ़ाई के दौरान जब पहली बार उसने छात्रसंघ का चुनाव लड़ा तो हार गया. इसके बाद उसने अपने प्रतिद्वंदी छात्र नेता की हत्या का प्रयास किया. ये बात साल 2011 की है. इसके बाद उसके ऊपर अन्य मामले भी दर्ज हुए, लेकिन कई मामलों में जमानत के बाद वो बाहर आता रहा और अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा.
17 जनवरी 2015 को जब उसे पुलिस पेशी के लिए ले जा रही थी, तब उसने पुलिस हिरासत से भाग गया था. हालांकि उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद उसने कई हत्याओं को अंजाम दिलाया. अब सलमान खान के घर फायरिंग मामले में उसका नाम सामने आया है.
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जेल में रहते हुए वीडियो कॉल पर ABP न्यूज को एक इंटरव्यू दिया था. इंटरव्यू के दौरान भी उसने सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी. उसने कहा था कि सलमान ने काले हिरण की हत्या की थी. इसके लिए उसे बीकानेर में हमारे मंदिर में जाकर माफी मांगनी होगी. अगर वो माफी नहीं मांगता,तो फिर करारा जवाब मिलेगा. उसने कहा था कि मैं गुंडा नहीं हूं, लेकिन सलमान की हत्या के बाद मैं गुंडा बन जाऊंगा.
पंजाब का गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई साल 2014 से ही सलाखों के पीछे कैद है. जेल में रहकर वो अपराध को अंजाम देता रहता है. जेल के अंदर रहते हुए उसने कई अपराधों की जिम्मेदारी भी ली है. उसके खिलाफ ED, NIA के अलावा के अलावा कई राज्यों की पुलिस ने केस दर्ज किया है. सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में भी उसका नाम आया था.
33 साल का लॉरेंस पंजाब के फाजिल्का जिले के धत्तरांवाली गांव का रहने वाला है. किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाला लॉरेंस ने अबोहर में 12वीं तक की पढ़ाई की और आगे की पढ़ाई के लिए 2010 में पढ़ाई के लिए पहली बार चंडीगढ़ आया.
चंडीगढ़ सेक्टर 10 के डीएवी कॉलेज में पढ़ाई के दौरान 2011-12 में उसने छात्र संघ चुनाव जीता और पंजाब यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट यूनियन का प्रेसिडेंट बन गया.
लॉरेंस के खिलाफ सबसे पहले केस जो दर्ज हुआ, वो हत्या के प्रयास का था. इसके बाद उसके खिलाफ मारपीट,लूट के मामले भी दर्ज हुए. चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक, लॉरेंस के खिलाफ 7 मामले हैं, जिसमें से 4 में वो बरी हो चुका है, जबकि 3 मामले लंबित हैं.
फिलहाल, लॉरेंस का गैंग पंजाब के अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान, झारखंड समेत कई अन्य राज्यों में फैल चुका है. उसके पास करीब 700 शूटर्स का बड़ा नेटवर्क है.