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माल्या के साथ मिलकर उड़ा रहे थे मजाक, मोदी सरकार की सख्ती के बाद ललित मोदी ने भारत के सामने 'झुकाया अपना सिर'

भारत के दो भगोड़े विजय माल्या और ललित मोदी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे मजाक उड़ाते हुए दिखाई दिए थे. हालांकि, अब इसके लिए ललित मोदी ने माफी मांगी है.

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माल्या के साथ मिलकर उड़ा रहे थे मजाक, मोदी सरकार की सख्ती के बाद ललित मोदी ने भारत के सामने 'झुकाया अपना सिर'
Courtesy: X

नई दिल्ली: पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने हाल ही में एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वे भगोड़े कारोबारी विजय माल्या के साथ पार्टी करते नजर आए. इस वीडियो में उन्होंने खुद को और माल्या को भारत के सबसे बड़े भगोड़े कहकर मजाक उड़ाया था. 

ललित मोदी के बयान के बाद, जब विवाद अधिक बढ़ गया, तो खुद उसने सोशल मीडिया पर माफी मांग ली. ललित ने भारत सरकार से अपने पुराने वीडियो के लिए माफी मांगी है.

वीडियो ने मचाया था बवाल

कुछ दिनों पहले ललित मोदी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया. यह वीडियो विजय माल्या के 70वें जन्मदिन की पार्टी का था, जो लंदन में हुई थी. वीडियो में ललित मोदी हंसते हुए कह रहे थे, "हम दोनों भारत के सबसे बड़े भगोड़े हैं." कैप्शन में उन्होंने लिखा था कि भारत में इंटरनेट तोड़ने का समय आ गया है और माल्या को जन्मदिन की बधाई दी.

यह वीडियो वायरल होते ही लोगों का गुस्सा भड़क गया. सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने इसे भारतीय कानून और सरकार का मजाक उड़ाने वाला बताया. दोनों ही व्यक्ति भारत में आर्थिक अनियमितताओं के आरोपों का सामना कर रहे हैं और विदेश में रह रहे हैं.

सरकार का सख्त जवाब

वीडियो वायरल होने के बाद विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट कहा कि भारत सभी भगोड़ों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रवक्ता ने बताया कि कई देशों से बातचीत चल रही है और कानूनी प्रक्रियाएं जारी हैं. इससे साफ था कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है.

ललित मोदी ने मांगी माफी

विवाद बढ़ने पर ललित मोदी ने सोमवार को एक्स पर पोस्ट करके माफी मांगी. उन्होंने लिखा कि 'अगर उनकी बात से किसी की भावनाएं आहत हुईं, खासकर भारत सरकार की, तो वे इसके लिए खेद व्यक्त करते हैं.' उन्होंने कहा कि सरकार का वे बहुत सम्मान करते हैं और उनकी बात को गलत तरीके से समझा गया. यह कभी उनका इरादा नहीं था. 

अंत में उन्होंने गहरी माफी मांगी. यह माफी उस समय आई जब सरकार ने भगोड़ों को वापस लाने की प्रतिबद्धता दोहराई थी. कई लोगों का मानना है कि दबाव बढ़ने की वजह से ललित मोदी को पीछे हटना पड़ा.