menu-icon
India Daily

कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस में बड़ा खुलासा: पीड़िता निकली TMC समर्थक, आरोपी ने दिया था पार्टी में पद और शादी का ऑफर!

कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में 24 वर्षीय छात्रा के साथ हुए गैंगरेप मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. जांच में पता चला है कि पीड़िता खुद तृणमूल कांग्रेस (TMC) की समर्थक है. वहीं मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा ने न सिर्फ उसे शादी का प्रस्ताव दिया था, बल्कि पार्टी में एक बड़ा पद भी ऑफर किया था.

auth-image
Edited By: Kuldeep Sharma
आरोपी
Courtesy: WEB

कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में 24 वर्षीय छात्रा के साथ हुए दर्दनाक गैंगरेप मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. जांच में पता चला है कि पीड़िता खुद तृणमूल कांग्रेस (TMC) की समर्थक है. वहीं मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा ने न सिर्फ उसे शादी का प्रस्ताव दिया था, बल्कि पार्टी में एक बड़ा पद भी ऑफर किया था. पीड़िता ने दोनों प्रस्ताव ठुकरा दिए थे, जिसके बाद आरोपी और उसके साथियों ने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया. इस केस में दो अन्य छात्रों और एक सिक्योरिटी गार्ड को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसने घटना के दौरान गेट पर पहरा दिया था. पूरे शहर में इस घटना ने भारी आक्रोश पैदा कर दिया है.

शादी का प्रस्ताव ठुकराया तो कर दी दरिंदगी

जानकारी के अनुसार पीड़िता कॉलेज की राजनीति में सक्रिय थी. वह बुधवार को परीक्षा फॉर्म भरने कॉलेज आई थी. आरोप है कि मनोजित मिश्रा ने उसे और अन्य सात छात्रों को यूनियन रूम में रुकने को कहा, जहां उन्हें विस्किट व पार्टी के पद का ऑफर दिया. पीड़िता ने बताया कि इसके बाद आरोपी उसे बाहर ले गया जहां उसने उसे शादी का ऑफर दिया. लेकिन पीड़िता ने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया. इसके बाद मनोजित ने उसे जबरन सुरक्षा गार्ड के कमरे में ले जाकर गैंगरेप किया. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसका वीडियो भी बनाया और धमकी दी कि अगर वह पुलिस को कुछ कहेगी तो वीडियो वायरल कर देंगे. बचने की कोशिश करने पर उसे हॉकी स्टिक से मारा गया. जांच में ये भी पता चला है कि पीड़िता और आरोपी मनोजीत पहले कुछ समय तक एक दूसरे के साथ रिलेशनशिप में थे. 

मेडिकल जांच और पुलिस की कार्रवाई

कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पीड़िता की मेडिकल जांच में बलात्कार और मारपीट की पुष्टि हुई है. शरीर पर काटने और नाखून से खरोंचने के निशान मिले हैं. पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल जब्त कर फोरेंसिक जांच शुरू कर दी है. घटना की शिकायत कस्बा थाने में दर्ज कराई गई, जिसके बाद मनोजित मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया. एक सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसने आरोपियों की गेट पर पहरा देकर मदद की थी. पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.

कॉलेज प्रशासन और छात्र संगठनों की प्रतिक्रिया

कॉलेज के प्राचार्य ने कहा कि घटना क्लास के बाद हुई, लेकिन कॉलेज अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेगा. कलकत्ता विश्वविद्यालय ने जांच समिति गठित करने का आदेश दिया है. इस घटना के खिलाफ कई छात्र संगठनों ने कॉलेज परिसर के बाहर प्रदर्शन किया और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है. प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल सरकार और कॉलेज प्रशासन पर सुरक्षा व्यवस्था में चूक का आरोप भी लगाया है.

टीएमसी छात्र संगठन का पूर्व अध्यक्ष था मनोजित मिश्रा

मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा टीएमसी छात्र संगठन का पूर्व अध्यक्ष था और कॉलेज से पासआउट हो चुका था. उसे टीएमसी विधायक अशोक देब ने ‘कैज़ुअल’ क्लर्क के रूप में नौकरी दी थी. हालांकि टीएमसी ने इस मामले से खुद को अलग बताया है. पार्टी के छात्र इकाई के अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि आरोपी अब उनकी इकाई का हिस्सा नहीं है और दोषी पाए जाने पर कड़ी सजा मिलेगी. इस घटना ने राजनीति, सुरक्षा और महिला संरक्षण पर सवाल खड़े कर दिए हैं.