कोलकाता पुलिस ने दक्षिण कोलकाता के कसबा क्षेत्र में एक सरकारी लॉ कॉलेज की 24 वर्षीय छात्रा के साथ कथित गैंगरेप की जांच के लिए पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है. यह जानकारी पीटीआई ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से दी.
चार गिरफ्तारियां, सुरक्षा गार्ड भी हिरासत में
इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. शनिवार को कॉलेज के सुरक्षा गार्ड को हिरासत में लिया गया, जो इस मामले में चौथा आरोपी है. इससे पहले गुरुवार को दो छात्रों, जैब अहमद (19) और प्रमीत मुखर्जी (20), के साथ-साथ कॉलेज के एक कर्मचारी, मनोजीत मिश्रा (31), को गिरफ्तार किया गया था. यह घटना बुधवार को कॉलेज परिसर में हुई, जब पीड़िता परीक्षा फॉर्म भरने के लिए कॉलेज गई थी.
मेडिकल जांच में गैंगरेप की पुष्टि
पुलिस के अनुसार, यह कथित अपराध बुधवार शाम 7:30 बजे से रात 10:50 बजे के बीच हुआ. मेडिकल जांच ने पीड़िता के गैंगरेप के दावे की पुष्टि की है. चिकित्सकों ने पीड़िता के शरीर पर “जबरन प्रवेश, काटने के निशान और नाखूनों के खरोंच” के सबूत पाए.
क्या बोली पीड़िता
पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा, “मैंने उसके पैर छुए, लेकिन उसने मुझे जाने नहीं दिया, उसने मेरी नहीं सुनी.” उसने आगे बताया, “उसने बाकी दो लोगों को मुझे गार्ड रूम में ले जाने और गार्ड को बाहर बैठाने के लिए कहा. उन्होंने वैसा ही किया.”
तेजी से जांच के लिए एसआईटी गठित
कोलकाता पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए SIT का गठन किया है, जो सहायक पुलिस आयुक्त प्रदीप कुमार घोषाल की देखरेख में काम करेगी. पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त किए हैं और फोरेंसिक जांच के लिए भेजे हैं. इस घटना ने शहर में महिला सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल खड़े किए हैं.