कांग्रेस महासचिव और वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. ऐसे में अब प्रियंका गांधी की सांसदी पर तलवार लटक रही है. दरअसल, केरल में बीजेपी नेता नव्या हरिदास ने केरल हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की है. जिसमें उन्होंने लोकसभा उपचुनाव में उनकी जीत को चुनौती दी है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केरल हाई कोर्ट ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा को वायनाड लोकसभा उपचुनाव में उनकी जीत को चुनौती देने वाली एक याचिका के संबंध में नोटिस जारी किया है. यह याचिका राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार नव्या हरिदास ने दायर की है, जिसमें उन्होंने प्रियंका की जीत को रद्द करने की मांग की है.
Kerala High Court has issued a notice to Congress MP Priyanka Gandhi Vadra in an election petition filed by Navya Haridas, the NDA candidate from Wayanad challenging her victory in the Lok Sabha by-election.
— ANI (@ANI) June 11, 2025
She had filed a plea in the Kerala High Court seeking to nullify the… pic.twitter.com/aTUAPMgxVP
याचिका में क्या हैं आरोप?
दरअसल, नव्या हरिदास ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने नामांकन दाखिल करते समय महत्वपूर्ण विवरणों का खुलासा नहीं किया. इस याचिका में दावा किया गया है कि प्रियंका ने अपने नामांकन पत्र में आवश्यक जानकारी छिपाई, जिसके आधार पर उनकी जीत को अवैध घोषित किया जाना चाहिए. हरिदास ने केरल हाई कोर्ट से इस मामले की जांच और प्रियंका की जीत को रद्द करने की अपील की है.
प्रियंका गांधी को नोटिस
केरल हाई कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा को नोटिस जारी किया है, जिसमें उन्हें इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है. यह नोटिस वायनाड उपचुनाव के परिणामों पर सवाल उठाने वाला एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक चर्चा को जन्म दिया है.
वायनाड उपचुनाव का महत्व
वायनाड सीट लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ रही है, और प्रियंका गांधी की जीत ने इस क्षेत्र में पार्टी की स्थिति को और मजबूत किया था. हालांकि, नव्या हरिदास की याचिका ने इस जीत पर सवाल उठाकर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है. यह मामला अब केरल उच्च न्यायालय में विचाराधीन है, और इसका फैसला वायनाड के साथ-साथ राष्ट्रीय राजनीति पर भी प्रभाव डाल सकता है.
भविष्य की दिशा
इस नोटिस के बाद सभी की नजरें प्रियंका गांधी के जवाब और अदालत की अगली सुनवाई पर टिकी हैं. यह मामला न केवल कांग्रेस के लिए बल्कि NDA के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उपचुनाव के परिणामों को प्रभावित कर सकता है.