Kailash Mansarovar Yatra First Batch: पांच साल के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू हो गई है, जो धार्मिक पर्यटन के लिए मील का पत्थर साबित होगी. शुक्रवार को केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा ने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू भवन में एक औपचारिक प्रोग्राम आयोजित किया गया जिसमें तीर्थयात्रियों के पहले बैच को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.
मंत्री मार्गेरिटा ने सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षित और सुखद यात्रा की हार्दिक शुभकामनाएं दीं. उन्होंने यात्रा को फिर से शुरू करने में रक्षा और गृह मंत्रालय, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), दिल्ली, उत्तराखंड और सिक्किम की राज्य सरकारों के साथ-साथ राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) सहित कई विभागों और मंत्रालयों के महत्वपूर्ण प्रयासों को भी स्वीकार किया.
Honoured to flag off the first batch of KMY 2025 - a sacred journey that is a testament to India's living civilizational connections across the borders.
— Pabitra Margherita (@PmargheritaBJP) June 13, 2025
Wished all yatris a safe and fulfilling journey.
Gratitude to @MEAIndia, state governments, ITBP and all agencies for… pic.twitter.com/OXJeUp7tfs
भारत ने अप्रैल में जून 2025 से कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने की घोषणा की. कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद से यह पवित्र स्थल की पहली तीर्थयात्रा है, जिसके कारण 2020 में इसे स्थगित कर दिया गया था.
सोमवार को, गृह मंत्रालय ने नाथू ला (सिक्किम) और लिपुलेख ला (गुंजी, उत्तराखंड) को टेम्पररी इमिग्रेशन चेक-पोस्ट बनाया, जिससे तीर्थयात्री किसी भी मार्ग से भारत में प्रवेश कर सकें और बाहर निकल सकें. बता दें कि यह तीर्थयात्रा केवल वैध पासपोर्ट वाले भारतीय नागरिकों के लिए खुली है जो आध्यात्मिक और धार्मिक कारणों से यात्रा करते हैं.