menu-icon
India Daily

'इसलिए बच गए क्योंकि...', बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रों और स्टाफ ने बयां किया एयर इंडिया विमान हादसे का खौफनाक मंजर

एक सहायक प्रोफेसर डॉ. पीयूष ने उस पल को याद करते हुए कहा कि अगर मैं 15-20 सेकंड और रुकता, तो दम घुटने या धुएं से मेरी मृत्यु हो जाती.

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
Staff, students and professors of BJ Medical College narrated horrific scene of Air India plane cras

अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर एयर इंडिया के लंदन जाने वाले विमान के बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, कॉलेज के छात्रों, प्रोफेसरों और कर्मचारियों ने उस भयावह क्षण को याद किया.

बालकनी से कूदा तभी बच पाया

द्वितीय वर्ष के रेजिडेंट डॉक्टर तरुण ने बताया, “आग इतनी भीषण थी कि मेरे फ्लैट से निकलना असंभव था. मैं बालकनी से कूद गया, तभी बच पाया. अभी हम घर नहीं जा रहे. जहां जगह मिलेगी, वहीं रहेंगे.” एक सहायक प्रोफेसर डॉ. पीयूष ने उस पल को याद करते हुए कहा कि वे इमारत से भागे और बाउंड्री वॉल कूदकर बाहर निकले, जिसमें उन्हें मोच आ गई. उन्होंने कहा, “अगर मैं 15-20 सेकंड और रुकता, तो दम घुटने या धुएं से मेरी मृत्यु हो जाती. कई लोग अपने परिवारों के साथ वहां रहते थे.”

रोटी बना रहे थे मेस कर्मचारी
विमान के मेस में टकराने से वहां काम करने वाले कर्मचारियों की जिंदगी भी संकट में पड़ गई. एक कर्मचारी ने बताया, “हम अपनी जान बचाने के लिए नीचे भागे. कुछ समझ नहीं आया. उस वक्त हम रोटियां बना रहे थे. 3-4 बच्चे मर गए, और 3-4 आईसीयू में भर्ती हैं. एक महिला और 2 साल का बच्चा कल से लापता हैं.”

241 यात्रियों की मौत
एयर इंडिया ने पुष्टि की कि उड़ान एआई-171 में सवार 242 लोगों में से 241 की मृत्यु हो गई. केवल एक व्यक्ति जीवित बचा, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. डीजीसीए ने बताया कि पायलटों ने टेकऑफ के कुछ मिनट बाद मेडे कॉल भेजा, लेकिन इसके बाद एटीसी से संपर्क टूट गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की.