JP Nadda on Congress Rajya Sabha MP Dheeraj Sahu: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद के ठिकानों से करोड़ों रुपये कैश की रिकवरी को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने धीरज साहू पर निशाना साधा है. जेपी नड्डा ने मामले को लेकर धीरज साहू के साथ-साथ राहुल गांधी पर भी निशाना साधा है. नड्डा ने रविवार को एक पोस्ट कर कार्रवाई की गारंटी की बात कही है.
जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा- बंधु जवाब तो देना पड़ेगा, तुमको भी और तुम्हारे नेता राहुल गांधी को भी. ये नया भारत है, यहां पर राजपरिवार के नाम पर जनता का शोषण नहीं करने दिया जाएगा. भागते भागते थक जाओगे, लेकिन कानून पीछा नहीं छोड़ेगा. अगर कांग्रेस भ्रष्टाचार की गारंटी है तो मोदी जी भ्रष्टाचार पर कार्यवाही की गारंटी हैं, जनता की लूटी हुई पाई- पाई लौटानी पड़ेगी.
झारखंड के कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों से बरामद की गई अकूत नगदी की गिनती आज भी जारी है. अब तक 300 करोड़ से अधिक कैश की गिनती हो चुकी है. अधिकारियों को उम्मीद है कि रकम अभी और बढ़ेगी. ओडिशा के बौध जिले में स्थित बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े परिसरों (झारखंड और पश्चिम बंगाल) में बुधवार से आयकर विभाग की छापेमारी शुरू हुई थी, जो अभी तक (सोमवार तक) जारी है. कंपनी झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़ी है, जिनके बेटे रितेश साहू मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, जबकि बड़े भाई उदय शंकर प्रसाद कंपनी के अध्यक्ष हैं. बता दें कि बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल बनाती है.
आयकर अधिकारियों के मुताबिक, नोट गिनने वाली 40 मशीनों के जरिए बरामद कैश की गिनती की जा रही है. अधिकारियों के मुताबिक, बरामद कैश की मात्रा इतनी है कि कुछ देर के लिए हमें लगा कि हम किसी बैंक के स्ट्रॉन्ग रूम में हैं. इसी बीच, भाजपा ने कहा है कि इतनी भारी संख्या में कैश की रिकवरी कांग्रेस के भ्रष्टाचार के संकेत हैं. वहीं, कार्रवाई के दौरान ओडिशा की बीजद सरकार ने कहा कि कानून अपना काम करेगा. बीजद विधायक सत्यनारायण प्रधान ने कहा कि जो भी गलत है उसे बख्शा नहीं जाएगा और गलत काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
उधर, मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस ने धीरज साहू से पल्ला झाड़ लिया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि कांग्रेस का धीरज साहू के कारोबार से कोई लेना-देना नहीं है और इस मामले को स्पष्ट करने का जिम्मा झारखंड से तीन बार के राज्यसभा सदस्य पर छोड़ दिया गया है. केवल धीरज साहू ही बता सकते हैं कि आयकर अधिकारियों ने कथित तौर पर उनकी संपत्तियों से कैसे इतनी बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की है?