Bullet Train : वो दिन दूर नहीं जब भारत में बुलेट ट्रेन पटरियों पर दौड़ती नजर आएगी. बुलेट ट्रेन के पहले फेज का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट का 100 किलोमीटर तक पुल का बन चुका है. वहीं, 250 किलोमीटर तक पिलर खड़े किए जा चुके हैं. आपको बता दें कि पहले फेज में मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलेगी.
बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट का इनॉगरेशन पीएम नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 14 सितंबर 2017 को अहमदाबाद में किया था. वहीं, अगर इस प्रोजेक्ट की बात करें तो इसका नाम मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर रखा गया है.
बुलेट ट्रेन के फेज वन के बारे में भारत के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्वीट कर जानकारी दी. उन्होंने 23 नवंबर को एक्स पर एक वीडियो जारी कर इस प्रोजेक्ट से संबंधित जानकारी साझा की.
Progress of Bullet Train project:
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) November 23, 2023
Till date: 21.11.2023
Pillars: 251.40 Km
Elevated super-structure: 103.24 Km pic.twitter.com/SKc8xmGnq2
नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की मानें तो 40 मीटर लंबे फुल स्पैन बॉक्स गर्डर और सेगमेंट गर्डर की मदद से 100 किलोमीटर तक के पुल का निर्माण हो चुका है. बुलेट ट्रेन को मुंबई से गुजरात पहुंचने में गुजरात की 6 नदियों से गुजरना होगा.
आपको बता दें कि मुंबई-अहमदाबाद के बीच पहले फेज में चलने वाली बुलेट ट्रेन 12 स्टेशनों पर रुकेगी. इसकी अधिकतम स्पीड 350 किलोमीटर तक होगी. ये ट्रेन 508 किलोमीटर की इस दूरी को मात्र 3 घंटे में तय कर लेगी. इस हिसाब से बुलेट ट्रेन की औसत चाल 170 किलोमीटर हो गई.
गर यह ट्रेन सिर्फ चार स्टेशन मुंबई, अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा में ही रुकती है तो यह मात्र 2 घंटे में इस दूरी को कवर कर सकती है. अभी आम ट्रेन इस दूरी को 7 से 8 घंटे में तय करती हैं.
पहले यह प्रोजेक्ट 2022 में पूरा होने वाला था. फिर इसे बढ़ाकर 2023 और अब इसे 2026 तक कर दिया गया है. यानी अब 2026 में पहली बुलेट ट्रेन दौड़ेगी.
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