नई दिल्ली: अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर का काम पूरा होने के साथ-साथ मंदिर के पहले तल का निर्माण काम शुरू हो गया है. मंदिर के प्रथम तल पर कुल 144 पिलर खड़ा किया जाना है. जिस को लेकर ट्रस्ट का कहना है कि दिसंबर 2024 तक इस काम को भी पूरा कर लिया जाएगा. प्रथम तल पर ही रामदरबार की स्थापना की जानी है. यहां रामलला चारों भाईयों और हनुमान जी के साथ विराजमान होंगे. रामदरबार की स्थापना के लिए जहां भगवान विराजेंगे वहां महापीठ का निर्माण प्रथम तल पर किया जा रहा है. प्रथम तल के स्तंभों पर मूर्तियां उकेरने का भी काम तेजी से चल रहा है. राम मंदिर निर्माण के प्रथम तल में उन पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो आज से लगभग तीन दशक पहले रामघाट क्षेत्र स्थित कार्यशाला में 90 के दशक में राजस्थान के पिंक सैंड स्टोन पर नक्काशी से तैयार कराए गए थे.
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अक्टूबर 2023 तक प्रथम तल बनकर हो जाएगा तैयार
राम मंदिर भूतल पर 160 स्तंभ लग चुके हैं. दिसंबर तक राम मंदिर का भूतल पूरी तरह तैयार होना है, जिसमें दरवाजे, खिड़की तथा बिजली वायरिंग से लेकर फर्श पर संगमरमर लगने हैं. नए साल में मकर संक्रांति के बाद रामलला को भव्य मंदिर के गर्भगृह में प्रतिष्ठित किया जाना है. इसके पहले परिसर में सात दिन तक विशेष अनुष्ठान होगा. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा तक मंदिर के पांच मंडपों में से रंग व नृत्य मंडप पूर्ण रूप से निर्मित हो जाएंगे.
भगवान रामलला के भक्त कर दर्शन सकेंगे
राम मंदिर में विराजमान होने वाले रामलला के दर्शन के लिए करोड़ों भक्त बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में उनका ये इंतजार खत्म होने वाला है. 22 जनवरी 2024 को रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश भर के सभी मंदिरों को सजाया जाएगा. राम जन्मभूमि मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को वर्चुअल तरीके से देश के अलग-अलग जगहों पर दिखाये जाने की योजना है.
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