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बच्चे को बचाने के लिए नर्स ने लगाई जान की बाजी, बिना डरे लांघ गई उफनता नाला; देखें Viral Video

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से एक प्रेरणादायक घटना सामने आई है, जहां स्टाफ नर्स कमला ने उफनते नाले को कूदकर पार किया और जान की परवाह किए बिना अपनी ड्यूटी पर पहुंची. चौहारघाटी के गढ़ नाले के वीडियो में वह बिना डर के पत्थरों पर कूदते हुए नाला पार करती दिख रही हैं.

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Edited By: Princy Sharma
Staff Nurse Viral Video
Courtesy: X

Staff Nurse Viral Video: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से एक साहसिक और प्रेरणादायक घटना सामने आई है. स्टाफ नर्स कमला ने अपनी जान की परवाह किए बिना उफनते नाले को कूदकर पार किया और जानलेवा जोखिम के बावजूद अपनी ड्यूटी पर पहुंची. यह हिम्मत और समर्पण का मामला अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

यह घटना चौहारघाटी की सुधार पंचायत के गढ़ नाले की है, जहां कमला उफनते नाले को पार करते हुए दिखाई दे रही हैं. वीडियो में साफ नजर आता है कि नाला अपने पूरे उफान पर है, लेकिन कमला पत्थरों पर कूदकर उसे पार करती हैं, बिना किसी डर के.

बारिश के कारण टूटा ब्रिज

कमला ने बताया कि उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी पर जाना था, लेकिन हाल ही में भारी बारिश के कारण फुट ब्रिज टूट गए थे. ऐसे में उसे रोजाना करीब चार किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ रहा था. इन खतरनाक परिस्थितियों में भी उसने नाले को कूदकर पार किया और दो माह के बच्चे को जीवन रक्षक इंजेक्शन लगाया.

हालांकि, कमला ने जो कदम उठाया, वह जानलेवा साबित हो सकता था, क्योंकि जिले में ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं. हाल ही में सराज क्षेत्र में नाले को पार करते वक्त एक महिला और पुरुष बह गए थे, हालांकि उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया था. एक अन्य मामले में एक व्यक्ति की बहने से मौत हो गई थी.

सड़कों और फुट ब्रिजों का नुकसान

दुर्गम इलाके में भारी नुकसान हुआ है. चौहारघाटी की सिल्हबुधानी और तरस्वाण पंचायत में भारी बारिश के कारण सड़कों और फुट ब्रिजों का बहुत नुकसान हुआ है. अब लोग मजबूरी में खड्डों और नालों को पार करने के लिए खतरनाक रास्ते अपनाने पर मजबूर हैं.

तारीफों का लगा तांता

इस साहसिक कदम को लेकर सोशल मीडिया पर तारीफों का तांता लग गया, लेकिन कुछ लोग जान जोखिम में डालने पर नाराजगी भी जता रहे हैं. लोगों का कहना है कि खतरनाक हालात में काम करना सही नहीं, क्योंकि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में कोई नहीं पूछेगा. हालांकि, कमला को उसके जज्बे और साहस के लिए बहुत से लोग सराह रहे हैं.

सरकार को इन खतरनाक रास्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि ऐसे साहसिक कदम न उठाने पड़े और किसी की जान खतरे में न पड़े.