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कंगना ने सुभाष चंद्र बोस पर ऐसा क्या कहा कि हो रही हैं बुरी तरह ट्रोल? खुद पढ़ लें बयान

कंगना हिमाचल प्रदेश की मंडी से भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा उम्मीदवार हैं. वे जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटी हैं. उनके अलग-अलग बयान इन दिनों सुर्खियों में हैं.

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Kangana Ranaut
Courtesy: Photo Credit- Social Media

अभिनेत्री से नेता बनीं कंगना रनौत पर इन दिनों सियासत का रंग पूरी तरह से चढ़ गया है. कंगना ने बता दिया है कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू नहीं बल्कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस थे. उन्होंने कहा है कि वे ही आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, नेहरू नहीं.

एक टीवी समिट के दौरान उन्होंने कई चौंकाने वाले दावे किए हैं. कंगना की इस दावे का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. कुछ दिग्गज नेताओं ने भी इस वीडियो को शेयर किया है. हिमाचल प्रदेश की मंडी से कंगना रनौत लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) उम्मीदवार के तौर पर कंगना अब कांग्रेस को जमकर घेर रही हैं.

आजादी की लड़ाई में नेता जी सुभाष चंद्र बोस की भूमिका को लेकर कंगना रनौत ने कई दावे किए हैं. उनका नेताजी पर दिया गया यह बयान चर्चा में है. कुछ लोग इस बयान के समर्थन में हैं तो कुछ लोग कंगना को इतिहास पढ़ने की सलाह दे रहे हैं. 

सोशल मीडिया पर कंगना के बयान को लेकर जमकर बहस छिड़ी है. फिल्म अभिनेता प्रकाश राज ने लिखा, 'सुप्रीम जोकर पार्टी के मसखरे. कितना अपमानजनक है यह.'

कंगना के बयान पर क्या बोल रहे हैं लोग?
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को लोग जमकर शेयर कर रहे हैं. उन्होंने लिखा, 'जब आलिया भट्ट ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है, 'जब आलिया भट्ट ने नेशनल टेलीविजन पर ऐसा कुछ कहा था तो वह सिर्फ 19 साल की बच्ची थीं. लेकिन यहां लगभग 40 साल के तथाकथित राष्ट्रवादी उर्फ अंध भक्त इसके लिए जीनियस ऑफ द ईयर हैं.'

 


एक अन्य यूजर ने लिखा, 'कुछ साल पहले कंगना रनौत ने दावा किया था कि भारत को आजादी साल 2014 में मिली थी. अब वह सुभाष चंद्र बोस को पहला प्रधानमंत्री बता रहे हैं. यह कैसा वैकल्पिक इतिहास तैयार किया जा रहा है.'
 

आजादी में क्या थी नेता जी की भूमिका?
आजादी की लड़ाई में नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने अहम भूमिका निभाई थी. वे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं. वे गरम दल से थे और उन्होंने आजाद हिंद फौज का गठन किया था. उन्होंने कोई पद नहीं संभाला था, न ही वे कभी प्रधानमंत्री बने थे. कंगना का यह बयान, ऐतिहासिक तौर पर गलत है. 

जवाहर लाल नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री बने. साल 1947 में जब देश आजाद हुआ तो उन्हें ही देश के नेतृत्व का अवसर मिला. वे 15 अगस्त 1947 से लेकर 27 मई 1964 तक देश के प्रधानमंत्री रहे. उन्हें भारत की राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक ढांचे को विकसित करने का श्रेय दिया जाता है.