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'RSS से जुड़े अधिकारी ने की थी हेमंत करकरे की हत्या', कांग्रेस नेता ने 26/11 हमले पर पाकिस्तान को दी क्लीन चिट

विजय वडेट्टीवार ने कहा कि उज्जवल निकम जो उस समय विशेष लोकअभियोजक थे, ने कोर्ट से इस तथ्य को छिपाया. वडेट्टीवार ने आगे कहा कि उज्जवल निकम गद्दार हैं और भाजपा ने ऐसे गद्दार को टिकट दिया है.

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Vijay Wadettiwar

लोकसभा चुनावों के बीच महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. वडेट्टीवार ने कहा कि मुंबई में हुए 26/11 हमले के दौरान IPS अधिकारी हेमंत करकरे की हत्या पाकिस्तानी फिदायीन मोहम्मद अजमल कसाब ने नहीं बल्की आरएसएस से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने की थी.

हमले के दौरान ATS को लीड कर रहे थे करकरे

बता दें कि 1982 आईपीएस बैच के महाराष्ट्र कैडर के अधिकारी हेमंत करकरे (54), उस समय एक विशेष पुलिस महानिदेशक थे और मुंबई हमले के दौरान आतंकवाद रोधी दस्ते (ATS) की अगुवाई कर रहे थे. इससे पहले वे रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) में अपनी सेवाएं दे चुके थे.

26/11 हमले से पहले उन्होंने कई संवेदनशील मुद्दों जैसे थाणे, वाशी, पनवेल में हुए सीरियल बम धमाकों और 29 सितंबर 2008 को नवरात्री की पूर्व संध्या पर हुए धमाके की जांच की थी, इन बम धमाकों में 6 लोगों की जान चली गई थी और मालेगांव और नासिक जिले में 101 लोग घायल हुए थे. साल 2009 में उन्हें मरणोपरांत वीरता के सर्वोच्च पुरस्कार अशोक चक्र से नवाजा गया था.

'कसाब की गोलियों से नहीं हुई थी हेमंत करकरे की हत्या'

शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान वडेट्टीवार ने कहा कि मुंबई हमले के दौरान करकरे की मौत कसाब की गोलियों से नहीं बल्की आरएसएस के एक करीबी पुलिसकर्मी की गोली से हुई थी और उज्जवल निकम जो उस समय विशेष लोकअभियोजक थे, ने कोर्ट से इस तथ्य को छिपाया. वडेट्टीवार ने कहा कि उज्जवल निकम गद्दार हैं और भाजपा ने ऐसे गद्दार को टिकट दिया है. वहीं जब रविवार को कोलापुर में वडेट्टीवार से उनके इस बयान को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'जो मैंने कहा वह पूर्व पुलिस अधिकारी एसएम मुशरिफ की किताब में लिखा है.'

बता दें कि 26/11 हमले के बाद मुशरिफ ने Who killed Hemant Karkare? The Real Face of Terrorism in India से एक किताब लिखी थी.

निकम ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
वहीं वडेट्टीवार के आरोपों पर उज्जवल निकम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, 'कितना लापरवाह बयान दिया जा रहा है. मैं इस तरह के निराधार आरोपों से दुखी हूं, जो मेरी ईमानदारी पर संदेह पैदा कर रहे हैं. यह साफ तौर पर चुनावी राजनीति को दर्शाता है. मैंने कभी नहीं सोचा था कि राजनेता इतने निचले स्तर तक गिर जाएंगे. केवल राजनीतिक फायदे के लिए? वडेट्टीवार केवल मेरी नहीं बल्कि इस हमले में शहीद होने वाले 166 लोगों और घायल होने वाले लोगों का अपमान कर रहे हैं.  '