IMD Forecast: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने केरल में कई मौसम अलर्ट जारी किया है. मौसम वैज्ञानिकों द्वारा केरल के कई जिलों में लगातार बारिश, ऊंची लहरे और कटाव के अलर्ट जारी किए गए हैं. IMD द्वारा यह चेतावनी 24 जुलाई से 28 जुलाई तक के लिए दी गई है. इस दौरान आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने मछुआरों से मछली पकड़ने ना जाने की आग्रह की है.
IMD और केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने संयुक्त रूप से अलर्ट जारी की है. जिसमें केरल-कर्नाटक-लक्षद्वीप के तटों पर ना जाने की आग्रह की गई है. यह प्रतिबंध 28 जुलाई तक के लिए लागू किया गया है. IMD के मुताबिक इस दौरान ऊंची लहरें उठने की आशंका है. जिससे मछुआरों और उनके छोटे जहाजों का खतरा बढ़ सकता है.
मानसून ने लगभग पूरे देश में एंट्री कर चुकी है. कई राज्यों में रुक कर बारिश हो रही है. हालांकि केरल के आठ जिलों में आज लगातार बारिश हुई. इस दौरान कोट्टायम, इडुक्की, कोझिकोड, पथानामथिट्टा, अलप्पुझा, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में येलो अलर्ट जारी किया गया. इन जिलों में 100 मिमी से भी ऊपर बारिश दर्ज की गई है. इसके अलावा शुक्रवार को भी पथानामथिट्टा, कोट्टायम, इडुक्की, एर्नाकुलम और त्रिशूर में भारी बारिश के अनुमान जताए गए हैं. उम्मीद जताई गई है कि कल यानी 25 जुलाई को इन जिलों में 200 मिमी से भी ऊपर की बारिश हो सकती है. राज्य के कई जिलों में 28 जुलाई तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
INCOIS (भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र) ने केरल और कन्याकुमारी के समुद्री तटों के लिए चेतावनी जारी की है. भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र ने अमुमान जताया है कि आज रात लगभग 9 बजे तक ऊंची लहरें उठ सकती है. जिससे की तटीय कटाव का खतरा रहने वाला है. इन खतरों को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने स्थानीय और पर्यटकों से अपील की है कि समुद्री तटों, नदियों और किसी भी जलाशयों से कुछ दिनों की दूरी बना कर रखें. इसके अलावा लगातार बारिश के कारण भूस्खलन का भी खतरा बढ़ जाता है, इसलिए निचले क्षेत्रों से दूर रहने के लिए कहा गया है. इसके साथ यह भी बताया गया कि अगर किसी खतरे के समय अगर आप घर से बाहर हों तो पेड़ों, बिजली के खंभों और कमजोर दीवारों से दूर रहें. वहीं मछुआरों को भी 28 जुलाई तक तटों से दूर रहने को कहा गया है. वहीं बचाव कर्मियों को आपातकालीन किट के साथ अलर्ट रहने को कहा गया है.