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India Daily

विमान को ऑटो पायलट मोड में डालकर कॉकपिट में मस्ती, पायलट-एयर होस्टेस बनाते हैं संबंध, फ्लाइट अटेंडेंट ने बताया लंबी फ्लाइट में क्या होता है

कॉकपिट में पायलट और फ्लाइट अटेंडेंट्स या अन्य केबिन क्रू के बीच रोमांटिक माहौल बन जाता है. मिस्ट का दावा है कि ऐसी गतिविधियां कॉकपिट जैसे संवेदनशील क्षेत्र में भी होती हैं जो सुरक्षा के लिहाज से गंभीर सवाल खड़े करती हैं.

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Edited By: Gyanendra Sharma
cockpit
Courtesy: Social Media

हवाई यात्रा के दौरान जब यात्री 30 हजार फीट की ऊंचाई पर आराम से बैठे होते हैं, तब कॉकपिट में क्या होता है? यह शायद ही कोई जानता हो. लेकिन हाल ही में एक एयर होस्टेस ने ऐसा खुलासा किया है, जिसने यात्रियों और विमानन उद्योग को हैरान कर दिया है. न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, सिएरा मिस्ट नाम की एक एयर होस्टेस ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो में दावा किया है कि लंबी उड़ानों के दौरान पायलट और केबिन क्रू 'माइल हाई क्लब' में शामिल हो जाते हैं. यह खुलासा ऐसे समय में आया है, जब दुनियाभर में विमान हादसों की खबरें चर्चा में हैं.

'माइल हाई क्लब' एक अनौपचारिक शब्द है जो उन लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो उड़ान के दौरान 30 हजार फीट या उससे अधिक ऊंचाई पर रोमांटिक गतिविधियों में शामिल होते हैं. सिएरा मिस्ट ने अपने वीडियो में बताया कि लंबी दूरी की उड़ानों में जब विमान एक निश्चित ऊंचाई पर स्थिर हो जाता है, तो पायलट अक्सर विमान को ऑटो-पायलट मोड पर डाल देते हैं. 

इस दौरान कॉकपिट में पायलट और फ्लाइट अटेंडेंट्स या अन्य केबिन क्रू के बीच रोमांटिक माहौल बन जाता है. मिस्ट का दावा है कि ऐसी गतिविधियां कॉकपिट जैसे संवेदनशील क्षेत्र में भी होती हैं जो सुरक्षा के लिहाज से गंभीर सवाल खड़े करती हैं. 

लंबी उड़ानों में कॉकपिट का नजारा
 
सिएरा मिस्ट ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि लंबी उड़ानों, खासकर रात वाली फ्लाइट्स में जब यात्री सो रहे होते हैं या आराम कर रहे होते हैं तब कॉकपिट में माहौल काफी हल्का हो जाता है. पायलट और केबिन क्रू के बीच हंसी-मजाक, निजी बातचीत और कभी-कभी रोमांटिक गतिविधियां भी देखी गई हैं. मिस्ट ने यह भी बताया कि ऑटो-पायलट मोड में विमान के संचालन की जिम्मेदारी स्वचालित सिस्टम पर होती है, जिसके कारण पायलट को कुछ समय के लिए राहत मिलती है.