कर्नाटक के मशहूर रेणुकास्वामी मर्डर केस में एक के बाद एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है. 9 जून को बेंगलुरू में एक फ्लाईओवर के पास रेणुका स्वामी की लाश मिली थी. जिसके बाद पुलिस को इस मामले की जांच के दौरान कई अहम सबूत मिले. सारे सबूत लोकप्रिय कन्नड़ अभिनेता दर्शन थुगुदीपा के खिलाफ थे. हालांकि दर्शन ने सारे सबूतों को खारिज करते हुए इस घटना से खुद को अलग करने की कोशिश की लेकिन 11 जून को एक्टर दर्शन को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया.
अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक इस मर्डर को दर्शन के कहने पर एक गिरोह ने अंजाम दिया था. हत्या के लिए बकायदा रेणुकास्वामी का अपहरण किया गया था. अब तक अरेस्ट किए गए आरोपियों में चैलेंजिंग स्टार के नाम से मशहूर कन्नड़ एक्टर दर्शन और उसके 16 साथी शामिल हैं. पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में कई आरोपी थे, जिन्होंने रेणुका की हत्या से पहले उन्हें बुरी तरह प्रताड़ित किया. उसके बाद उसकी हत्या की.
9 जून को मगदी रोड के पास सुमनहल्ली में एक नाले के पास एक अज्ञात शव मिला. जिसे देखने के बाद पास के ही एक अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स के सुरक्षा गार्ड ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने शव बरामद कर मामले की जांच शुरू की.
उसके बाद 10 जून को कामाक्षीपल्या पुलिस के सामने 4 युवकों ने आत्मसमर्पण कर दिया. जहां सभी लोगों ने कबूला कि कैसे रेणुकास्वामी की हत्या कर और उसके शव को ठिकाना लगाया गया. वहीं सभी संदिग्धों से शुरूआती पूछताछ में पुलिस को पता चला कि इस मामले में दर्शन के अलावा और भी कई लोग शामिल हैं.
11 जून को दर्शन को मैसूर के एक होटल में हिरासत में लेकर बेंगलुरु लाया गया. उसके अगले दिन पुलिस ने अभिनेता, उनकी प्रेमिका पवित्रा गौड़ा और 11 अन्य को रेणुका स्वामी की हत्या और सबूत नष्ट करने के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार करने की बात कही. जिसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया और फिर पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
16 जून को सभी आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जिसमें तीन को न्यायिक हिरासत में भेजा गया. वहीं दर्शन, पवित्रा और बाकी 11 आरोपी की पुलिस हिरासत 5 दिनों के लिए बढ़ा दी गई.
20 जून को आरोपियों को फिर से अदालत में पेश किया गया. जहां दर्शन सहित और तीन अन्य आरोपी की पुलिस हिरासत दो दिनों के लिए बढ़ा दी गई. जहां दर्शन को कैदी नंबर 6106 बनाया गया है. पुलिस के मुताबिक शुरूआत में इन सभी आरोपियों को एक हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया, बाद में उन्हें जेल भेज दिया गया.