नई दिल्ली: लोकसभा में चुनाव सुधारों पर दो दिवसीय महत्वपूर्ण चर्चा मंगलवार से शुरू हो रही है. यह मुद्दा लंबे समय से लंबित था और विपक्ष लगातार इस पर बहस की मांग कर रहा था. इस चर्चा की शुरुआत नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी करेंगे. उनके बोलने के बाद विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों की ओर से कई दिग्गज नेता अपनी बात रखेंगे. चुनाव सुधारों को लेकर यह बहस इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि हाल ही में कई राज्यों की मतदाता सूचियों में अचानक लाखों नाम जोड़े या हटाए जाने की शिकायतें सामने आई थीं.
विपक्ष का दावा है कि मतदाता सूची में इस तरह के बदलावों से निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं. वहीं सरकार और निर्वाचन आयोग ने इन आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि सभी प्रक्रियाएं नियमों के अनुसार हुई हैं. विपक्ष मानसून सत्र से ही चुनावी नामावलियों के विशेष गहन संशोधन यानी SIR पर चर्चा की मांग कर रहा था लेकिन सरकार का तर्क था कि निर्वाचन आयोग एक स्वतंत्र और संवैधानिक संस्था है और उसके निर्णयों में संसद का सीधा हस्तक्षेप उचित नहीं है.
Rahul Gandhi to lead opposition charge as Lok Sabha debates election reforms today
— ANI Digital (@ani_digital) December 9, 2025
Read @ANI Story |https://t.co/10sMDYDQMA#SIRDebate #WinterSession #RahulGandhi pic.twitter.com/Yt49XzH9rB
सरकार ने इसके बजाय व्यापक 'चुनाव सुधारों' पर चर्चा का प्रस्ताव दिया जिसे विपक्ष ने स्वीकार कर लिया. अब बहस का दायरा केवल SIR तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि पूरे चुनाव प्रबंधन और सुधारों पर केंद्रित होगा. सत्तारूढ़ बीजेपी ने इस बहस के लिए अपने प्रमुख और अनुभवी नेताओं की टीम मैदान में उतारी है.
बीजेपी की ओर से वरिष्ठ सांसद और पूर्व आईएएस अधिकारी निशिकांत दुबे, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी पी चौधरी, कोलकाता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय और सांसद संजय जायसवाल इस चर्चा में हिस्सा लेंगे. ये नेता सरकार की ओर से चुनाव सुधारों पर स्पष्ट और मजबूत पक्ष रखने वाले हैं.
वहीं कांग्रेस ने भी इस बहस के लिए एक दमदार लाइनअप तैयार किया है. राहुल गांधी के साथ के सी वेणुगोपाल, मनीष तिवारी, वर्षा गायकवाड, मोहम्मद जावेद, उज्जवल रमन सिंह, ईसा खान, रवि मल्लू, इमरान मसूद, गोवाल पाडवी और जोतीमनी समेत 11 सांसद इसमें भाग लेंगे.
विपक्ष का कहना है कि चुनाव सुधार लोकतंत्र की नींव को और मजबूत करने का अवसर है और यह बहस जनता के विश्वास को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी.