नई दिल्ली: इंडिगो एयरलाइंस में पिछले कई दिनों से तकनीकी खराबी और स्टाफ की कमी के कारण लगातार फ्लाइट रद्द होने और देरी की समस्या देखने को मिल रही है. इस मामले में DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसका इंडिगो ने जवाब दे दिया है. DGCA के अनुसार, एयरलाइन की ओर से CEO और COO दोनों ने 8 दिसंबर 2025 को शाम 6:01 बजे विस्तृत जवाब दिया है.
इंडिगो ने अपने जवाब में यात्रियों से माफी मांगी और बताया कि यह समस्या कई कारणों और अप्रत्याशित रूप से होने के कारण पैदा हुई. एयरलाइन का कहना है कि फिलहाल इसका सटीक कारण बताना संभव नहीं है. इंडिगो ने DGCA के कारण बताओ नोटिस के जवाब में और समय देने की भी मांग की, ताकि परिचालन की जटिलताओं और विस्तृत विश्लेषण के बाद सही कारण सामने आ सकें. DGCA ने बताया कि एयरलाइन ने कहा है कि विश्लेषण पूरा होने के बाद इसे नियामक के साथ साझा किया जाएगा.
एयरलाइन ने प्रारंभिक जांच में 5 मुख्य कारण बताए है, जिसमें छोटी तकनीकी गड़बड़ियां, विंटर शेड्यूल के कारण शेड्यूल में बदलाव, खराब मौसम, एयर ट्रैफिक का बढ़ता दबाव और नए क्रू रोस्टर नियम (FDTL Phase II) लागू होने की कठिनाइयां शामिल है. इंडिगो ने कहा कि वे पहले से ही DGCA के साथ FDTL Phase II नियमों की चुनौतियों पर चर्चा कर रहे थे और इसमें कुछ राहत चाहते थे. इन सभी कारणों ने दिसंबर की शुरुआत में नेटवर्क के ऑन-टाइम प्रदर्शन को प्रभावित किया, जिससे क्रू उपलब्धता कम हुई और फ्लाइट कैंसिलेशन बढ़ गए.
स्थिति को सुधारने के लिए इंडिगो ने 5 दिसंबर को 'नेटवर्क रीबूट' की प्रक्रिया अपनाई, जिसके तहत बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ी. एयरलाइन का कहना है कि यह कदम यात्रियों की सुविधा, एयरपोर्ट पर भीड़ कम करने और क्रू व एयरक्राफ्ट को सही स्थिति में रखने के लिए आवश्यक था.
एयरलाइन ने बताया कि 6 दिसंबर से सेवाएं धीरे-धीरे सामान्य होने लगी. यात्रियों को समय पर अपडेट, खाने-पीने की सुविधा, होटल और स्थानीय ट्रांसपोर्ट जैसी सेवाएं DGCA के नियमों के अनुसार दी गई और अधिकांश यात्रियों का रिफंड भी प्रोसेस कर दिया गया. अब DGCA इंडिगो के जवाब का विश्लेषण कर रही है और आगे क्या कार्रवाई होगी, यह जल्द तय किया जाएगा.