Electoral Bond: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार को जब इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा जब चुनाव आयोग के वेबसाइट पर अपलोड हुए तो सोशल मीडिया पर इस बात की चर्चा होने लगी की एक पाकिस्तानी कंपनी ने सियासी दलों को फंडिंग की है. GST की ऑफिशियल वेबसाइट पर HUB POWER COMPANY नाम से रजिस्टर्ड कंपनी को लेकर यह दावा किया जा रहा था कि यह कंपनी पाकिस्तान की है और इंडिया में सियासी दलों को फंडिंग की है.
सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक यूज़र ने लिखा कि चौंकाने वाला खुलासा. पाकिस्तान स्थित कंपनी, हब पावर ने पुलवामा हमले के कुछ हफ्ते बाद चुनावी बॉन्ड दान किया. जब पूरा देश 40 वीर जवानों की मौत का शोक मना रहा था, तब कोई पाकिस्तान से मिलने वाली फंडिंग का शोक मना रहा था.
इन दावों की पड़ताल के बाद एक सच सामने आया. हमने जब इलेक्ट्रॉल बॉन्ड से जुड़े डाटा की डिटेल्ड रिसर्च की तो यह सामने आया कि HUB POWER LTD. नाम की जिस कंपनी के पाकिस्तानी होने का दावा किया जा रहा है. ये वो पावर कंपनी नहीं है. HUB पावर दिल्ली के गांधी नगर में रजिस्टर्ड एक कंपनी है. मतलब सीधे शब्दों में कहें तो HUB पावर ने जो भी इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे गए थे वो पाकिस्तान की नहीं बल्कि भारत की कंपनी है. HUB पावर कंपनी पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर में रजिस्टर्ड एक कंपनी है. इस कंपनी की जानकारी जीएसटी के पोर्टल पर भी मौजूद है. ये कंपनी नवंबर, 2018 को पोर्टल पर रजिस्टर्ड हुई है.