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India Daily

सवालों के घेरे में एयर इंडिया, अहमदाबाद हादसे के बाद DGCA के ऑडिट में पाई गईं 51 सुरक्षा खामियां, कंपनी ने दिया जवाब

11 पेज की गोपनीय DGCA रिपोर्ट में पायलट ट्रेनिंग में कमी, गैर-योग्य सिमुलेटर का उपयोग, केबिन क्रू की अपर्याप्त तैनाती और रोस्टरिंग सिस्टम में खामियां उजागर हुई हैं.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
DGCA found 51 security lapses in Air India audit After the Ahmedabad accident

एयर इंडिया एक बार फिर विवादों में है, क्योंकि नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के एक सुरक्षा ऑडिट में 51 परिचालन और सुरक्षा उल्लंघन सामने आए हैं. इनमें से कुछ को "गंभीर" श्रेणी में रखा गया है. यह ऑडिट जून में अहमदाबाद में हुए बोइंग 787 हादसे के बाद किया गया, जिसमें 260 लोगों की मौत हुई थी. 11 पेज की गोपनीय DGCA रिपोर्ट में पायलट ट्रेनिंग में कमी, गैर-योग्य सिमुलेटर का उपयोग, केबिन क्रू की अपर्याप्त तैनाती और रोस्टरिंग सिस्टम में खामियां उजागर हुई हैं.

सात लेवल 1 उल्लंघनों की पहचान

DGCA ने सात "लेवल I" उल्लंघनों की पहचान की, जो सबसे गंभीर हैं और इन्हें 30 जुलाई तक ठीक करना अनिवार्य है. अन्य 44 गैर-अनुपालनों के लिए 23 अगस्त की समय सीमा दी गई है. ऑडिट में बोइंग 787 और 777 के कुछ पायलटों के लिए "पुनरावृत्ति प्रशिक्षण में कमी" पाई गई, खासकर निगरानी कर्तव्यों में, जो अनिवार्य मूल्यांकन के लिए आवश्यक हैं. एयर इंडिया, जो 34 बोइंग 787 और 23 बोइंग 777 संचालित करती है, ने कुछ कैटेगरी C हवाई अड्डों पर प्रशिक्षण के लिए गैर-योग्य सिमुलेटर का उपयोग किया, जो जटिल भूभाग या लेआउट के लिए जोखिम मूल्यांकन में विफलता का कारण बना.

एयर इंडिया का जवाब

इस रिपोर्ट पर एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा, "हम ऑडिट के दौरान पूरी तरह पारदर्शी रहे हैं और निर्धारित समय सीमा के भीतर सुधारात्मक कार्रवाई के विवरण के साथ जवाब देंगे." ऑडिट में मिलान से दिल्ली की एक AI-787 उड़ान का उल्लंघन भी सामने आया, जो उड़ान ड्यूटी समय सीमा से दो घंटे अधिक चली. इसके अलावा, रोस्टरिंग सिस्टम में केबिन क्रू की कम तैनाती के लिए अलर्ट की कमी और चार अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में अपर्याप्त स्टाफ की समस्या भी उजागर हुई. 

अन्य गंभीर चिंताएं

रिपोर्ट में प्रशिक्षण रिकॉर्ड में दस्तावेजीकरण की कमी, दरवाजों और आपातकालीन उपकरणों की जांच में असंगतियां और एयरबस A320 व A350 बेड़े के लिए मुख्य पायलटों की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए गए. DGCA ने पहले भी एयर इंडिया को आपातकालीन उपकरणों की जांच, इंजन पार्ट्स की देरी और रखरखाव रिकॉर्ड में हेराफेरी के लिए चेतावनी दी थी.