रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने 16 और 17 मई, 2025 को विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसेना कमान का दो दिवसीय दौरा किया. इस यात्रा का उद्देश्य नौसेना की परिचालन क्षमताओं और रणनीतिक तैयारियों का जायजा लेना था. यह दौरा भारतीय नौसेना की ताकत और पूर्वी तट पर उसकी रणनीतिक स्थिति को और मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है.
वाइस एडमिरल के साथ अहम चर्चा
इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर जोर
रक्षा सचिव को पूर्वी तट पर चल रही और भविष्य में प्रस्तावित अवसंरचना विकास परियोजनाओं का व्यापक ब्यौरा प्रदान किया गया. इन परियोजनाओं का लक्ष्य नौसेना की परिचालन और रणनीतिक क्षमताओं को और सशक्त करना है. "इन परियोजनाएं न केवल नौसेना की ताकत बढ़ाएंगी, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा को भी मजबूत करेंगी," एक अधिकारी ने बताया. इन विकास कार्यों में आधुनिक सुविधाओं का निर्माण और मौजूदा ढांचे का उन्नयन शामिल है, जो नौसेना को और अधिक प्रभावी बनाएगा.
रणनीतिक महत्व
पूर्वी नौसेना कमान भारत की समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. रक्षा सचिव का यह दौरा इस बात का संकेत है कि सरकार नौसेना की ताकत और आधुनिकीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. इस यात्रा ने नौसेना की तैयारियों और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला, जो भारत की समुद्री रणनीति को और मजबूती प्रदान करेगा.