Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में प्रदर्शनकारी हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं. उन पर अत्याचार कर रहे हैं. 5 अगस्त को शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद से ही वहां के हालात बहुत खराब हो गए हैं. भले ही अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है लेकिन अभी भी माहौल वैसा का वैसा ही है. अंतरिम सरकार के मोहम्मद यूनुस ने तो ये तक कहा दिया कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि वह हिंदुओं को रक्षा नहीं कर पाए. इन सबके बीच भारत में भी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाजें उठ रही है. कांग्रेस के एक विधायक ने तो पीएम मोदी से ये तक कह दिया कि बांग्लादेश के खिलाफ मिलिट्री एक्शन लेने से बिल्कुल भी न हिचकिचाएं, जिस तरह से 1971 में इंदिरा गांधी ने हिम्मत दिखाई थी वैसी हिम्मत दिखाइए.
कर्नाटक के शिवाजीनगर से कांग्रेस विधायक रिजवान अरशद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वे 1971 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तरह निर्णायक सैन्य कार्रवाई करने में संकोच न करें. एक पत्र में उन्होंने मोदी से न केवल बांग्लादेश में बल्कि भारत में अल्पसंख्यकों की चिंताओं को दूर करने की अपील की है.
बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचारों पर कांग्रेस विधायक ने कहा: "यदि ये रिपोर्टें सच हैं, तो भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को देखते हुए, यह जरूरी है कि भारत इन मुद्दों के समाधान में 'सक्रिय रुख' अपनाए."
कांग्रेस विधायक रिजवान अरशद ने पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोच्च चिंता का विषय होना चाहिए. बांग्लादेशी सरकार के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करें कि हिंदुओं के अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाए.
वरिष्ठ संत विश्वप्रसन्ना तीर्थ स्वामीजी ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ती हिंसा पर चिंता जताई हैं. उन्होंने पड़ोसी देश में घृणा अपराधों को समाप्त करने के लिए अधिक जागरूकता और आध्यात्मिक हस्तक्षेप का आग्रह किया है.
Stay updated with our latest videos. Click the button below to subscribe now!