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Vice President election: उपराष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी भारत राष्ट्र समिति, केटी रामाराव ने बताया पार्टी ने क्यों किया किनारा?

भारत राष्ट्र समिति (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने आज तेलंगाना में यूरिया की कमी को लेकर गहरा रोष व्यक्त किया. उन्होंने ऐलान किया कि उनकी पार्टी मंगलवार को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी.

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Edited By: Garima Singh
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Vice President electionl: भारत राष्ट्र समिति (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने आज तेलंगाना में यूरिया की कमी को लेकर गहरा रोष व्यक्त किया. उन्होंने ऐलान किया कि उनकी पार्टी मंगलवार को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी. रामाराव ने किसानों के 'दुख' को उजागर करते हुए कहा कि यूरिया की कमी ने राज्य के किसानों को गंभीर संकट में डाल दिया है.

केटी रामाराव ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि तेलंगाना में यूरिया की भारी कमी के चलते किसानों को लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ रहा है. इस स्थिति ने न केवल किसानों की मेहनत पर असर डाला है, बल्कि कई जगहों पर कतारों में झड़पें भी देखने को मिली हैं. उन्होंने कहा, "यूरिया की कमी इतनी गंभीर है कि किसान आपस में उलझ रहे हैं. यह स्थिति सरकार की विफलता को दर्शाती है."

कांग्रेस और भाजपा पर निशाना

रामाराव ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर इस संकट को हल करने में विफल रहने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि दोनों ही पार्टियां किसानों के हितों की अनदेखी कर रही हैं. बीआरएस नेता ने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को लेकर चुप नहीं रहेगी और किसानों के हक के लिए लगातार आवाज उठाएगी.

उपराष्ट्रपति चुनाव में बीआरएस की अनुपस्थिति

उपराष्ट्रपति चुनाव से दूरी बनाने के फैसले पर रामाराव ने साफ किया, "हम मतदान से दूर रहेंगे. हम इसमें भाग नहीं लेंगे." उन्होंने यह भी कहा कि अगर उपराष्ट्रपति चुनाव में 'नोटा' (None of the Above) का विकल्प उपलब्ध होता, तो बीआरएस इसका उपयोग कर सकती थी.

किसानों के लिए बीआरएस का समर्थन

बीआरएस ने हमेशा से किसानों के मुद्दों को प्राथमिकता दी है. रामाराव ने कहा कि उनकी पार्टी किसानों की समस्याओं को राष्ट्रीय मंच पर उठाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से तत्काल यूरिया की आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की ताकि किसानों को राहत मिल सके.