केरल में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़े अभियान में, सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Vigilance and Anti-Corruption Bureau) ने कई क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (RTO) के 21 अधिकारियों के खिलाफ अवैध वित्तीय लेनदेन का खुलासा किया है. इन अधिकारियों ने कथित तौर पर बिचौलियों और एजेंटों से गूगल पे के माध्यम से रिश्वत ली थी. इस कार्रवाई को 'ऑपरेशन क्लीन व्हील्स' नाम दिया गया, जिसे सतर्कता निदेशक मनोज अब्राहम के निर्देश पर शनिवार को शाम 4:30 बजे शुरू किया गया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सतर्कता ब्यूरो ने राज्य के 81 आरटीओ कार्यालयों में एक साथ छापेमारी की, जो रविवार सुबह तक जारी रही. मातृभूमि न्यूज द्वारा प्राप्त डिजिटल सबूतों, विशेष रूप से गूगल पे लेनदेन के स्क्रीनशॉट, से पता चला कि अधिकारियों ने कुल 7,84,598 रुपये की रिश्वत प्राप्त की थी. इसके अलावा, छापेमारी के दौरान कई एजेंटों से 1,40,000 रुपये की नकदी भी जब्त की गई.
जांच में और खुलासे होने की उम्मीद
सतर्कता सूत्रों के अनुसार, जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, रिश्वत की कुल राशि में वृद्धि होने की संभावना है. अधिकारियों ने कहा, "कुल रिश्वत की राशि अभी और बढ़ सकती है क्योंकि जांच जारी है." यह खुलासा केरल के परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है. परिवहन विभाग में सुधार की दिशा'ऑपरेशन क्लीन व्हील्स' ने परिवहन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया है.
यह अभियान न केवल अवैध गतिविधियों को उजागर करता है, बल्कि पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक मजबूत संदेश देता है. सतर्कता ब्यूरो की यह कार्रवाई भविष्य में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाने का संकेत देती है.