IRCTC Food Complaint: ट्रेन से सफर करना तो हर किसी को पसंद है, लेकिन अगर सफर के दौरान मिलने वाले खाने की बात हो, तो ज्यादातर यात्रियों की शिकायत एक जैसी होती है 'खाना अच्छा नहीं था.' अब सरकार ने खुद मान लिया है कि यात्रियों की ये शिकायतें बेवजह नहीं हैं. वित्त वर्ष 2024-25 में आईआरसीटीसी को खाने की गुणवत्ता से जुड़ी 6,645 शिकायतें मिली हैं.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में बताया कि इन शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए 1,341 मामलों में फूड वेंडर्स पर जुर्माना लगाया गया है. बाकी मामलों में चेतावनी, सलाह और अन्य जरूरी कदम उठाए गए हैं.यानी सरकार इस बार यात्री की थाली की बात को हल्के में नहीं ले रही.
सरकार की ओर से बताया गया कि यात्रियों से खाने की गुणवत्ता को लेकर सबसे ज्यादा शिकायतें 2023-24 में आईं, जिनकी संख्या 7,026 थी.2024-25 में अब तक 6,645 शिकायतें मिल चुकी हैं. इनमें से कुछ पर जुर्माना लगाया गया, कुछ में चेतावनी दी गई और कुछ मामलों में सलाह देकर सुधार की उम्मीद जताई गई.इससे साफ है कि रेलवे ने अब खानपान को लेकर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है.
राज्यसभा में सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास ने यह सवाल उठाया कि क्या ट्रेनों में खानपान सेवाओं का कॉन्ट्रैक्ट सिर्फ चुनिंदा कॉरपोरेट समूहों को ही दिया जाता है? इस पर रेल मंत्री ने जवाब दिया कि आईआरसीटीसी एक पारदर्शी प्रक्रिया से निविदाएं जारी करती है, और जो सबसे बेहतर बोली लगाता है, उसे काम दिया जाता है.फिलहाल 20 अलग-अलग कंपनियों को कॉन्ट्रैक्ट दिए गए हैं, जिनकी जानकारी वेबसाइट पर भी मौजूद है.