Amritsar Blast: अमृतसर में एक पुलिस चौकी के बाहर खड़ी एएसआई की गाड़ी के नीचे गुरुवार की रात जोरदार धमाका हुआ, जिससे क्षेत्र में हलचल मच गई. शुरुआती जांच में पुलिस ने दावा किया कि धमाका गाड़ी के रेडिएटर के फटने के कारण हुआ है. इसे आतंकी घटना मानने का कोई कारण नहीं है. हालांकि, इस धमाके के कुछ ही देर बाद आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने जिम्मेदारी लेते हुए बयान जारी किया. संगठन ने धमाके को आतंकी हमला बताया और खुद जिम्मेदारी ली.
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की और आस-पास के क्षेत्र को सील कर दिया. अधिकारियों के मुताबिक, गाड़ी के रेडिएटर के फटने से धमाका हुआ, लेकिन इसमें कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ और न ही किसी की जान गई. वहीं, बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने इसे अपने संगठन द्वारा किया गया आतंकी हमला बताया, जो पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है.
पुलिस जांच में जुटी
इस घटना के बाद, पुलिस और सुरक्षा बलों ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है और इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. अधिकारियों ने कहा कि धमाके के दौरान इलाके में कुछ लोग मौजूद थे, लेकिन शुक्र है कि किसी भी व्यक्ति को नुकसान नहीं हुआ. पुलिस ने इस मामले में विस्तृत जांच शुरू कर दी है और इस धमाके के कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की टीम भी भेजी गई है.
अमृतसर में पुलिस चौकी के बाहर खड़ी ASI की गाड़ी के नीचे ब्लास्ट !!
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) January 10, 2025
आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने धमाके की जिम्मेदारी ली।
पुलिस ने कहा– कार का रेडिएटर फटा, कोई आतंकी धमाका नहीं है। pic.twitter.com/M3sH5jo4xB
चौकी के बाहर खड़ी थी कार
जानकारी के अनुसार, गुरुवार रात करीब 12:30 बजे पुलिस चौकी से धमाके की आवाज आई, जिसके बाद चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मी बाहर आ गए. जब मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे, तो पुलिस ने बताया कि यह धमाका चौकी के बाहर खड़ी एएसआई तजिंदर सिंह की 2008 मॉडल की गाड़ी के रेडिएटर के फटने से हुआ.
आतंकी ने ली ग्रेनेड हमले की जिम्मेदारी
पुलिस के अनुसार, रेडिएटर फटने के कारण कूलेंट बाहर निकल गया, जिससे धमाके जैसी आवाज आई. हालांकि, इस दावे पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि आतंकियों ने भी ग्रेनेड हमले की जिम्मेदारी ली है. इस पर पुलिस की जानकारी पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है. क्या यह घटना सच में गाड़ी के रेडिएटर की वजह से हुई, या फिर यह आतंकवादी गतिविधि का हिस्सा था, इस पर अभी भी संशय बना हुआ है.