Asaduddin Owaisi: एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने 18वीं लोकसभा सेशन के दूसरे दिन विवाद खड़ा कर दिया. उन्होंने संसद में शपथ के दौरान जय फिलिस्तीन का नारा लगाकर बखेड़ा खड़ा कर दिया. प्रोटेम स्पीकर ने असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के लिए बुलाया.इस दौरान उन्होंने बिस्मिल्लाह पढ़कर शपथ ली. इसी दौरान उन्होंने जय भीम, जय तेलंगाना कहा और बाद में जय फिलिस्तीन का नारा लगाया. ओवैसी के इस नारे के बाद सदन में हंगामा मच गया.
असदुद्दीन ओवैसी ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. प्रोटेम स्पीक महताब भर्तृहरि महताब द्वारा शपथ दिलाए जाने के बाद उन्होंने जय फिलिस्तीन का नारा लगा दिया. उनके इस नारे पर बीजेपी के सांसदों ने विरोध किया. इसके अलावा सोशल मीडिया यूजर्स ने भी उनके बयान पर निशाना साधा. असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी शपथ के अंत में कहा जय भीम,जय मीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन, तकबीर अल्लाह-हु-अकबर. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह हाशिए पर खड़े भारत के लोगों की आवाज को हमेशा उठाते रहेंगे.
सांसद असदुद्दीन ओवैसी की शपथ देखिए बस !
— आसमोहम्मद कैफ़ । Aas mohd kaif 🇮🇳 (@journoaas) June 25, 2024
जय फिलिस्तीन का उदघोष भी है ! @asadowaisi pic.twitter.com/Dee4mMBUE0
शपथ के दौरान जय फिलिस्तीन का नारा लगाने के बाद सियासत भी शुरु हो गई. ओवैसी से इस नारे के बारे में पूछा कि उनके इस नारे का विरोध हो रहा है. इस पर उन्होंने कहा कि किसने क्या कहा, क्या नहीं कहा, सब कुछ आपके सामने मौजूद है. मैंने सिर्फ इतना ही कहा है कि जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन.ओवैसी के बयान पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू का भी बयान आया है. उन्होंने कहा कि सदन के अंदर किसी देश का नाम लेना ठीक नहीं है. हम किसी भी देश का ना तो समर्थन करते हैं और ना ही विरोध.
बीजेपी के नेता जी किशन रेड्डी ने ओवैसी के इस नारे का विरोध किया.इसके अलावा उन्होंने उनके इस नारे को सदन के रिकॉर्ड से भी हटाने की मांग की गई है. औवैसी ने विरोध किये जाने पर कहा कि उनका ये काम है. हमें जो कहना था हमने कह दिया. हम उन्हें खुश करने के लिए कुछ क्यों ही कहेंगे?
एआईएमआईएम चीफ ओवैसी हैदराबाद सीट से लगातार 5वीं बार जीतकर संसद पहुंचे हैं. इस लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी की उम्मीदवार माध्वी लता को को भारी अंतर से हराया था. इससे पहले उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में भी कुल 58.95 फीसदी मतों के साथ जीत दर्ज की थी.ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ पहली बार हैदराबाद लोकसभा सीट से साल 2004 में चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. वे तब से इस पर लगातार जीतते आ रहे हैं.