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'POK में रहने वाला हर नागरिक भारतीय, उसे छुड़ाना हमारा लक्ष्य', अमित शाह ने फिर पाकिस्तान को लताड़ा

Amit Shah on POK: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान एक बार फिर से पाक अधिकृत कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान को लताड़ा है और उसे भारत का अभिन्न अंग बताते हुए वापस हासिल करने की प्रतिबद्धता जताई है.

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Amit Shah on POK

Amit Shah on POK: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दोहराया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत का अभिन्न अंग है और वहां रहने वाले मुस्लिम और हिंदू दोनों भारतीय हैं. अमित शाह ने पीओके पर अपनी बात रखते हुए इसे पाकिस्तान के कब्जे से छुड़ाने की बात को हर भारतीय का लक्ष्य बताया.

उन्होंने एक इंटरव्यू में बात करते हुए कहा, 'बीजेपी और पूरी संसद का मानना है कि पीओके भारत का अभिन्न अंग है. पीओके में रहने वाले मुस्लिम और हिंदू भी भारतीय हैं और वह जमीन भी भारत की है जिस पर पाकिस्तान ने अवैध कब्जा कर रखा है. इसे वापस पाना हर भारतीय, हर कश्मीरी का लक्ष्य है.'

घाटी के लोगों को आर्टिकल 370 के नाम पर बहकाया गया

अमित शाह ने इस मौके पर यह भी कहा कि कश्मीर में घाटी के लोगों को आर्टिकल 370 की गलत परिभाषा बताई गई थी जो कि अब निरस्त होने के बाद पूरी तरह से अप्रभावी भी हो गई है. शाह ने इस दौरान आर्टिकल 370 से जुड़े कई मिथकों पर भी बात की.

उन्होंने कहा,'हमेशा कहा जाता था कि धारा 370 हटने के बाद कश्मीरियत की संस्कृति, भाषा और अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा. अब पांच साल हो गए हैं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है. कश्मीरी आज आजाद हैं, कश्मीरी भाषा और खाद्य संस्कृति का महत्व बढ़ गया है और पर्यटक कश्मीर के पर्यटन स्थलों पर आ रहे हैं. यह भी कहा गया था कि लाखों लोग कश्मीर चले जाएंगे और कश्मीरियत के अस्तित्व को खतरा होगा, वह मिथक भी आज टूट गया है.'

पाकिस्तान ने घाटी में फैलाया आतंकवाद

केंद्रीय गृह मंत्री ने इस दौरान घाटी में पूर्व के समय में हुई आतंकी घटनाओं और अलगाववादी विचारधारा पर भी निशाना साधा और इसको लेकर पाकिस्तान और उसका समर्थन करने वाले नेताओं को जमकर फटकार लगाई.

उन्होंने कहा,' आर्टिकल 370 का सहारा लेकर एक अलगाववादी विचारधारा को आकार दिया गया और जम्मू-कश्मीर के युवाओं को आतंकवाद में घसीटा गया. पाकिस्तान ने इस स्थिति का दुरुपयोग किया और पिछले 4 दशकों में 40,000 से अधिक युवाओं की जान चली गई. लेकिन आज जम्मू-कश्मीर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है. आतंकवाद अपने अंत की ओर अग्रसर है, पत्थरबाजी पूरी तरह से बंद हो गई है. भ्रष्टाचार को रोकने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो का गठन किया गया है और लोगों का पैसा लोगों तक पहुंच रहा है.'