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India Daily

Amit Shah Attack Rahul Gandhi: 'तीन चुनाव हारने के बाद...', अमित शाह ने राहुल गांधी पर बोला जोरदार हमला

अमित शाह ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि तीन चुनाव हारने के बाद उन्होंने सामान्य निर्णय क्षमता खो दी है. शाह ने कहा कि कांग्रेस सोशल मीडिया के जरिए जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा सीधे जनता से संवाद करती है. संसद में सीआईएसएफ की तैनाती को भी लेकर शाह ने स्पष्ट किया.

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Edited By: Km Jaya
Amit Shah
Courtesy: Social Media

Amit Shah Interview: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला. शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सोशल मीडिया के जरिए जनता में केवल भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा सीधे जनता से जुड़कर संवाद करती है. उन्होंने कहा कि किसी कार्यक्रम को मैनेज करने और जनता से संवाद करने में बहुत फर्क होता है. उन्होंने राहुल गांधी की सोशल मीडिया पर वायरल हो रही रील्स को महज प्रोग्राम मैनेजमेंट बताया.

मीडिया से इंटरव्यू में शाह ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही रील्स से जनता के बीच भ्रम पैदा नहीं किया जा सकता. शाह ने कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य केवल लोगों में एक तरह का भ्रम पैदा करना है, लेकिन वे सफल नहीं होंगे क्योंकि हमारा सीधा संवाद उनसे कई गुना ज्यादा है.

अमित शाह का इंटरव्यू

दिखावे पर आधारित कार्यक्रम

अमित शाह ने कहा कि लगातार तीन चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी की निराशा इतनी बढ़ गई है कि वे सामान्य विवेक भी खो चुके हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा जनता के बीच हमेशा जाती रहती है, वहीं कांग्रेस केवल दिखावे पर आधारित कार्यक्रमों तक सीमित रहती है.

पोस्टों में सरकार की आलोचना

राहुल गांधी हाल ही में सोशल मीडिया, खासकर इंस्टाग्राम पर काफी सक्रिय हुए हैं. उनकी कई रील्स और पोस्ट में सरकार की आलोचना, बेरोजगारी और कथित वोट चोरी जैसे मुद्दों को उठाया गया है. कांग्रेस का दावा है कि राहुल गांधी का यह कैंपेन युवाओं और आम जनता से जुड़ने का प्रयास है.

सीआईएसएफ की तैनाती पर सफाई 

इसी दौरान, संसद में सीआईएसएफ की तैनाती पर उठे विवाद पर भी अमित शाह ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि संसद में मौजूद कोई भी बल स्पीकर के अधिकार में आता है. शाह ने कहा कि पहले संसद में दिल्ली पुलिस के लोग रहते थे, अब सीआईएसएफ है लेकिन जब वे संसद के सुरक्षा घेरे में आते हैं तो उन्हें मार्शल माना जाता है और वे केवल स्पीकर के आदेश पर ही कार्य करते हैं.

विपक्ष के आरोप को किया खारिज 

शाह ने विपक्ष के इस आरोप को खारिज कर दिया कि सीआईएसएफ की तैनाती विरोध को दबाने के लिए की गई है. उन्होंने कहा कि यह केवल सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा है और इसे राजनीति से जोड़ना गलत है.