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Ahmedabad Plane Crash: गुजरात एटीएस ने मलबे से बरामद किया डीवीआर और ब्लैक बॉक्स, अब खुलेगा राज?

गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास हुए भीषण विमान हादसे के मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) बरामद किया है.

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Edited By: Garima Singh
Air india ahmedabad crash
Courtesy: X

Air india ahmedabad crash: गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास हुए भीषण विमान हादसे के मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) बरामद किया है. यह खोज गुरुवार को हुई उस त्रासदी के एक दिन बाद हुई, जिसमें एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त होकर मेघानी नगर के बीजे मेडिकल कॉलेज यूजी हॉस्टल मेस में जा गिरा था. 

एटीएस ने मलबे के बीच से डीवीआर बरामद किया, जो दुर्घटना के कारणों को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. घटनास्थल पर मौजूद एक एटीएस अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा, "यह एक डीवीआर है, जिसे हमने मलबे से बरामद किया है. एफएसएल टीम जल्द ही यहां आएगी." फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की विशेषज्ञ टीम को इस डिवाइस की गहन जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. माना जा रहा है कि डीवीआर में दर्ज डेटा विमान के अंतिम क्षणों की घटनाओं को समझने में महत्वपूर्ण सुराग प्रदान कर सकता है. यह उपकरण दुर्घटना के कारणों, जैसे तकनीकी खराबी या अन्य संभावित कारकों को उजागर करने में मदद हो सकता है. 

हादसे का दुखद परिणाम

गुरुवार को लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाला यह विमान उड़ान के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में 265 लोगों की जान चली गई, जिसमें 242 यात्री और चालक दल के सदस्य शामिल थे. यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक थे. इस त्रासदी ने एयर इंडिया और पूरे विमानन उद्योग के लिए एक गहरा आघात पहुंचाया है. 

जांच में तेजी, सवालों का इंतजार

डीवीआर की बरामदगी को जांच में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह उपकरण विमान के कॉकपिट या अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों से जुड़ा हो सकता है, जो हादसे के कारणों को स्पष्ट करने में मदद करेगा. एफएसएल की टीम जल्द ही डीवीआर का विश्लेषण शुरू करेगी, और इसके परिणामों से यह समझने में मदद मिल सकती है कि आखिर क्या गलत हुआ? इस बीच, स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें राहत कार्यों में जुटी हुई हैं, और पीड़ितों के परिवारों को सहायता प्रदान की जा रही है.