जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सुरक्षा बलों के जवानों से मिलने के एक दिन बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को गुजरात के भुज एयरबेस का दौरा कर सकते हैं. रिपोर्ट के अनुसार , रक्षा मंत्री अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र का भी दौरा करेंगे. राजनाथ सिंह द्वारा गुजरात यात्रा के दौरान सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों की समीक्षा किए जाने की संभावना है.
गुजरात की सीमा पाकिस्तान के साथ 508 किलोमीटर लंबी है, उन राज्यों में से एक था, जिसे पाकिस्तान ने चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान ड्रोन का इस्तेमाल करके निशाना बनाया था. भुज पर कथित तौर पर पाकिस्तान द्वारा ड्रोन का इस्तेमाल करके हमला किया गया था. हालांकि, भारतीय सशस्त्र बलों ने सफलतापूर्वक खतरे को बेअसर कर दिया.
जम्मू-कश्मीर में राजनाथ सिंह ने क्या कहा?
राजनाथ सिंह ने गुरुवार को सैन्य टकराव के दौरान सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्यों में से एक जम्मू-कश्मीर का दौरा किया और सवाल किया कि क्या पाकिस्तान के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित हैं. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की निगरानी संस्था अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी से पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अपनी निगरानी में लेने का आग्रह किया.
राजनाथ सिंह ने श्रीनगर के बादामी बाग छावनी में भारतीय सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरी दुनिया ने देखा है कि पाकिस्तान ने किस तरह गैरजिम्मेदाराना तरीके से भारत को धमकाया है. आज श्रीनगर की धरती से मैं यह सवाल उठाना चाहता हूं कि क्या ऐसे गैरजिम्मेदार और दुष्ट देश के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित हैं. मेरा मानना है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की निगरानी में लिया जाना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों ने पर्यटकों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया, लेकिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों को उनके कर्मों के आधार पर खत्म किया. उन्होंने कहा, आतंकवादियों ने पहलगाम में निर्दोष लोगों को उनके धर्म के आधार पर मारा. उसके बाद आपने जो जवाब दिया, उसे पूरी दुनिया ने देखा. हमने आतंकवादियों को उनके कर्मों के आधार पर मारा.