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India Daily

Vicky Kaushal Mahavatar: 'छावा' के बाद विक्की कौशल का दिखेगा 'महाअवतार', वेव्स 2025 समिट में प्रोड्यूसर दिनेश विजान ने किया बड़ा खुलासा

वेव्स 2025 में प्रोड्यूसर दिनेश विजान ने विक्की कौशल की आने वाली फिल्म 'महावतार' पर एक बड़ा अपडेट दिया. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम बहुत ही दिलचस्प जगह पर हैं.

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Edited By: Antima Pal
Vicky Kaushal Mahavatar
Courtesy: social media

Vicky Kaushal Mahavatar: ब्लॉकबस्टर 'छावा' के बाद विक्की कौशल एक बार फिर धमाल मचाने आ रहे हैं. जी हां एक्टर अब तक के सबसे साहसिक प्रोजेक्ट 'महाअवतार' के लिए कमर कस रहे है. मैडॉक फिल्म्स के पीछे के व्यक्ति दिनेश विजान अपने अब तक के सबसे साहसिक प्रोजेक्ट के लिए कमर कस रहे हैं.

'छावा' के बाद विक्की कौशल का दिखेगा 'महाअवतार'

वेव्स 2025 में प्रोड्यूसर दिनेश विजान ने विक्की कौशल की आने वाली फिल्म 'महावतार' पर एक बड़ा अपडेट दिया. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम बहुत ही दिलचस्प जगह पर हैं. दिनेश ने इस बात पर चर्चा करते हुए कहा कि कैसे भारतीय सिनेमा धीरे-धीरे अपनी असली आवाज पा रहा है. महामारी के बाद हम आखिरकार अपने काम को एक साथ कर रहे हैं. हम समझ रहे हैं कि आम आदमी के लिए कहानियां बनाने की जरूरत है.

वेव्स 2025 समिट में प्रोड्यूसर दिनेश विजान ने किया बड़ा खुलासा

'स्त्री 2' और 'छावा' जैसी सफल फिल्मों का उदाहरण देते हुए दिनेश ने शहरी दर्शकों और छोटे शहरों के दर्शकों के बीच अंतर को उजागर किया. उनके अनुसार मेट्रो के दर्शक टिकट खरीदने से पहले चर्चा का इंतजार करते हैं, जबकि छोटे क्षेत्रों के लोग पहले दिन से ही सिनेमाघरों की ओर भागते हैं.

पिछले 10 सालों में हम पश्चिम की ओर आकांक्षी नहीं

'महावतार' जिसकी आधिकारिक घोषणा पिछले साल नवंबर में की गई थी, में विक्की चिरंजीवी परशुराम की भूमिका निभाते हुए नजर आएंगे. यह प्रोजेक्ट क्रिसमस 2026 में रिलीज़ होने वाला है. दिनेश ने मजाक में कहा कि महावतार मैडॉक फ़िल्म्स का अब तक का सबसे बड़ा प्रोडक्शन होगा, जो कि पैमाने और महत्वाकांक्षा दोनों के मामले में है. पिछले 10 सालों में हम पश्चिम की ओर आकांक्षी नहीं हैं. हम अपने बारे में कहानियां चाहते हैं और हम एकमात्र देश हैं जिसकी संस्कृति इतनी समृद्ध है. उन्होंने स्वीकार किया कि फिल्म निर्माता अक्सर कुछ शानदार चीजों की तलाश में स्थानीय कहानियों को अनदेखा कर देते हैं. 'स्त्री और छावा हमारी संस्कृति की कहानियों के उदाहरण हैं, जो स्थानीय स्तर पर हैं. वे बहुत लोकप्रिय हैं.'