भरतपुर निवासी कीर्ति सिंह द्वारा दायर की गई शिकायत से बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. मामला उपभोक्ता अधिकारों और ब्रांड एंबेसडर की जिम्मेदारी से जुड़ा है. शिकायतकर्ता का कहना है कि उन्होंने विज्ञापन देखकर ही कार खरीदी थी. फिलहाल इस मामले में सितारों की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
शिकायतकर्ता कीर्ति सिंह ने अपनी एफआईआर में लिखा कि उन्होंने हाल ही में हुंडई कंपनी की एक कार खरीदी थी. लेकिन कार लेने के पहले ही दिन से उसमें तकनीकी दिक्कतें आने लगीं. उन्होंने कई बार कंपनी के सर्विस सेंटर में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं किया गया. कंपनी बार-बार केवल आश्वासन देती रही कि गाड़ी ठीक कर दी जाएगी.
कंपनी की लापरवाही से परेशान होकर कीर्ति सिंह ने कानूनी लड़ाई लड़ने का फैसला लिया. उन्होंने भरतपुर के सीजेएम कोर्ट में शिकायत दर्ज करवाई. कोर्ट ने मामले को गंभीर मानते हुए मथुरा गेट थाना पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए. कीर्ति सिंह का आरोप है कि कंपनी ने उन्हें ‘मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट’ वाली गाड़ी बेची और जानबूझकर उपभोक्ता को गुमराह किया.
कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने हुंडई कंपनी और उसके अधिकारियों के साथ-साथ ब्रांड एंबेसडर शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण पर भी धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया है. कुल 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर की गई है. शिकायतकर्ता का कहना है कि उन्होंने इन दोनों कलाकारों के विज्ञापन देखकर ही कार खरीदने का फैसला लिया था. ऐसे में भरोसा टूटने की जिम्मेदारी केवल कंपनी की ही नहीं, बल्कि ब्रांड एंबेसडरों की भी बनती है.
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है. इस पूरे प्रकरण में शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण या उनकी टीम की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. यह मामला न केवल कंपनी बल्कि विज्ञापन करने वाले कलाकारों की जवाबदेही पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है. अब देखना होगा कि आने वाले समय में अदालत इस पर क्या रुख अपनाती है.