Sanjay Kapoor property dispute: प्रमुख उद्योगपति संजय कपूर की अचानक मृत्यु के बाद उनकी करीब 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को लेकर परिवार में छिड़ा विवाद अब अदालती हलकों में तेज हो गया है. अभिनेत्री करिश्मा कपूर के बच्चे साइमरा और कीआन ने अपनी सौतेली मां प्रिया कपूर पर परिवार की दौलत को अपने बच्चों के हवाले करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. दिल्ली हाईकोर्ट में हाल ही में हुई सुनवाई के दौरान बच्चों की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी ने संजय कपूर की कथित वसीयत को "स्पष्ट रूप से जाली" करार देते हुए इसे एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा बताया.
संजय कपूर, जो सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसिजन फोर्जिंग्स (सोना कोमस्टार) के चेयरमैन थे, जून 2025 में इंग्लैंड में पोलो मैच खेलते हुए निधन हो गया. उनकी मृत्यु के बाद रीयल कपूड़ फैमिली ट्रस्ट और व्यक्तिगत संपत्तियों के बंटवारे को लेकर विवाद उफान पर है. बच्चों की याचिका के अनुसार, प्रिया कपूर ने शुरू में दावा किया कि कोई वसीयत मौजूद ही नहीं है और सारी संपत्ति ट्रस्ट के अधीन है. लेकिन जुलाई 2025 में एक फैमिली मीटिंग के दौरान अचानक 21 मार्च 2025 की तारीख वाली वसीयत का हवाला देकर प्रिया ने दावा किया कि संजय ने अपनी सारी व्यक्तिगत संपत्ति उन्हें सौंप दी है.
बच्चों के हक को छीनने की साजिश...
जेठमलानी ने अदालत में तर्क दिया कि यह वसीयत न केवल जाली है, बल्कि संदिग्ध परिस्थितियों में सामने आई है. उन्होंने कहा, "संजय ने अपनी जिंदगी में कभी इस वसीयत का जिक्र नहीं किया. प्रिया और उनके सहयोगी दिनेश अग्रवाल व नितिन शर्मा ने इसे सात हफ्तों तक छिपाए रखा. वसीयत न तो रजिस्टर्ड है और न ही प्रोबेटेड. यह साफ तौर पर बच्चों के हक को छीनने की साजिश है." याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि प्रिया ने संजय की मृत्यु से ठीक पहले खुद को एक प्रमुख कंपनी का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाने का प्रयास किया, जिसके जरिए ट्रस्ट की संपत्तियों पर कब्जा जमाने की कोशिश की गई.
बच्चों को ट्रस्ट से 1,900 करोड़ रुपये मिल चुके
दूसरी ओर, प्रिया कपूर की ओर से पेश वकीलों ने वसीयत की वैधता का बचाव किया है. प्रिया ने अदालत से संपत्तियों का ब्योरा सीलबंद लिफाफे में जमा करने की इजाजत मांगी है, साथ ही करिश्मा के बच्चों और संजय की 80 वर्षीय मां रानी कपूर से गैर-प्रकाशन समझौता (एनडीए) साइन करने की मांग की. अदालत ने 10 सितंबर को प्रिया को 12 जून 2025 (संजय की मृत्यु की तारीख) तक की सभी चल-अचल संपत्तियों का पूरा ब्योरा जमा करने का निर्देश दिया. न्यायमूर्ति ज्योति सिंह ने मामले में नोटिस जारी करते हुए कहा कि बच्चों को ट्रस्ट से 1,900 करोड़ रुपये मिल चुके हैं, लेकिन व्यक्तिगत संपत्तियों पर उनका हक सुनिश्चित होना चाहिए.
बहन मंधीरा कपूर ने क्या कहा?
संजय कपूर की बहन मंधीरा कपूर ने भी मीडिया से बातचीत में प्रिया के दावों को "बकवास" करार दिया. उन्होंने कहा, "संजय ने कभी परिवार को नजरअंदाज नहीं किया. हम रोज करिश्मा से बात करते हैं. यह संपत्ति किसी एक के लिए नहीं, बल्कि पूरे परिवार के लिए है." विवाद में संजय की पहली पत्नी गुजरिया कपूर के बच्चे भी शामिल हैं, लेकिन मुख्य टकराव करिश्मा के बच्चों और प्रिया के बीच है.
विशेषज्ञों का मानना है कि अदालत की अगली सुनवाई में वसीयत की फोरेंसिक जांच हो सकती है. फिलहाल, बच्चों की याचिका में संपत्ति का बंटवारा, हिसाब-किताब और प्रतिबंधात्मक आदेश की मांग की गई है. संजय कपूर की विरासत पर यह जंग लंबे समय तक चल सकती है, जो न केवल कानूनी बल्कि भावनात्मक स्तर पर भी परिवार को तोड़ रही है.