Sanjay Dutt Birthday: बॉलीवुड के ‘खलनायक’ कहे जाने वाले संजय दत्त आज अपना 66वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनके जीवन की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है, नशे की लत, जेल की सजा, मां की मौत और स्टारडम का सफर. एक ऐसा नाम जिसने ग्लैमर और गम दोनों को करीब से जिया है.
संजय दत्त ने अपने चार दशक से भी अधिक लंबे करियर में न सिर्फ 160 से ज्यादा फिल्मों में काम किया, बल्कि हिंदी के अलावा दक्षिण भारतीय भाषाओं में भी अपनी छाप छोड़ी. लेकिन जितना फेमस उनका करियर रहा, उससे कहीं ज्यादा सुर्खियों में रही उनकी निजी जिंदगी. आइए, जानते हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ दिलचस्प और भावुक कर देने वाले किस्से.
1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद जब कलाकारों का एक दल बांग्लादेश जाकर सैनिकों के लिए परफॉर्म कर रहा था, तो 12-13 साल के संजय दत्त ने भी अपने पिता सुनील दत्त से वहां जाने की जिद की. सुनील दत्त ने कहा कि वहां सिर्फ वे कलाकार जा सकते हैं जो गा-बजा सकते हों. इस पर संजय बोले कि वह बोंगो बजा सकते हैं. पिता मान गए और संजय बांग्लादेश चले गए. कार्यक्रम के दौरान जब लता मंगेशकर मंच पर प्रस्तुति दे रही थीं, तभी संजय ने तालमेल के बिना अचानक बोंगो बजाना शुरू कर दिया. लता जी ने मुड़कर देखा, और मंच पर खड़े संजय की इस हरकत से वह खुद शर्मिंदा हो गए.
संजय दत्त का जन्म 29 जुलाई 1959 को सुनील दत्त और नरगिस के घर हुआ था. उनका नाम एक उर्दू फिल्मी मैगजीन ‘शमा’ में पाठकों की राय लेकर चुना गया था. लेकिन नाम जितना प्यारा था, जीवन उतना ही जटिल निकला. नशे की लत, जेल और विवादों ने उनके जीवन को गहराई से प्रभावित किया. संजय बचपन से ही संगीत में रुचि रखते थे और स्कूल बैंड में ड्रम बजाया करते थे. एक बार उन्होंने फैंसी ड्रेस कॉम्पिटिशन में पठान की ड्रेस पहनकर ‘काबुलीवाला’ का लुक अपनाया था.
1982 में आई फिल्म ‘विधाता’ की शूटिंग के दौरान दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार ने संजय दत्त की नशे की हालत को नोटिस किया. उन्होंने पहले डांटा, फिर प्यार से समझाया कि यह लत उनके करियर को खत्म कर सकती है. संजय दत्त की मां नरगिस चाहती थीं कि वह अपने बेटे को बड़े पर्दे पर हीरो के रूप में देखें, लेकिन 1981 में उनकी पहली फिल्म ‘रॉकी’ के प्रीमियर से पहले ही नरगिस का देहांत हो गया. यह दर्द संजय के दिल में हमेशा के लिए बस गया.
बहुत कम लोग जानते हैं कि संजय दत्त ने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी. 1971 की फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ में उन्होंने एक बाल कव्वाल की भूमिका निभाई थी. 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में संजय दत्त का नाम सामने आया. उन पर आरोप था कि उन्होंने अवैध हथियार अपने पास रखे थे. हालांकि उन्होंने यह कहा कि उन्होंने ऐसा केवल अपने परिवार की सुरक्षा के लिए किया था. फिर भी उन्हें जेल जाना पड़ा और 2016 में वह रिहा हुए.
संजय दत्त की निजी जिंदगी भी उतार-चढ़ाव से भरी रही. उन्होंने 1987 में ऋचा शर्मा से शादी की, जिनका 1996 में ब्रेन ट्यूमर से निधन हो गया. 1998 में उन्होंने रिया पिल्लई से शादी की, लेकिन 2008 में तलाक हो गया. उसी साल उन्होंने मान्यता दत्त से शादी की, जो अब उनकी पत्नी हैं. उनके कई अफेयर्स भी चर्चा में रहे हैं, जिनका जिक्र उन्होंने अपनी बायोपिक और किताब में भी किया है.
2018 में उनकी एक 62 वर्षीय फैन निशा पाटिल ने अपनी पूरी संपत्ति लगभग 72 करोड़ रुपये संजय दत्त के नाम कर दी थी. मुंबई निवासी निशा एक गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं और उन्होंने मरने से पहले बैंक को निर्देश दिया कि उनकी संपत्ति संजय को सौंपी जाए.