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India Daily

Pandit Chhannulal Mishra Death: पद्म भूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र का निधन, वाराणसी में होंगे अंतिम दर्शन; पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

Pandit Chhannulal Mishra Death: पद्म भूषण से सम्मानित शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र का 89 वर्ष की आयु में मिर्जापुर में निधन हो गया. प्रधानमंत्री मोदी ने उनके योगदान को याद कर श्रद्धांजलि दी. 2014 में मोदी के प्रस्तावक रहे मिश्र की संगीतमय विरासत अमर रहेगी.

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Edited By: Babli Rautela
Pandit Chhannulal Mishra Death
Courtesy: Social Media

Pandit Chhannulal Mishra Death: भारतीय शास्त्रीय संगीत जगत के महानायक और पद्म भूषण से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र का 89 साल की उम्र में निधन हो गया. गुरुवार तड़के सुबह 4:15 बजे उन्होंने मिर्जापुर में अंतिम सांस ली. लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे इस दिग्गज कलाकार के निधन से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई.

पंडित छन्नूलाल पिछले कई महीनों से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे. बीते महीने उन्हें सीने में दर्द और हल्का दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सर सुंदर लाल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जांच में डॉक्टरों ने सीने में संक्रमण और एनीमिया की पुष्टि की थी. हालत गंभीर होने पर उन्हें आईसीयू में रखा गया. कुछ दिन पहले स्वास्थ्य में सुधार के संकेत मिलने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था, लेकिन गुरुवार को उन्होंने अंतिम सांस ली.

वाराणसी में होगा अंतिम संस्कार 

पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक, उनके पार्थिव शरीर को गुरुवार सुबह 11 बजे मिर्जापुर से वाराणसी लाया जाएगा, ताकि लोग अंतिम दर्शन कर सकें. शाम 7 बजे वाराणसी में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनके निधन से वाराणसी और पूरे संगीत जगत में गहरा शोक व्याप्त है.

प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित छन्नूलाल मिश्र के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और उन्हें भारतीय संस्कृति का अमूल्य धरोहर बताया. उन्होंने X पर लिखा, 'प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र जी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है. वे जीवन भर भारतीय कला और संस्कृति के संवर्धन के लिए समर्पित रहे. शास्त्रीय संगीत को जन-जन तक पहुंचाने के साथ-साथ उन्होंने भारतीय परंपरा को वैश्विक मंच पर स्थापित करने में भी अमूल्य योगदान दिया.'

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे उनका स्नेह और आशीर्वाद सदैव प्राप्त होता रहा. वर्ष 2014 में, वे वाराणसी सीट से मेरे प्रस्तावक भी थे. इस दुःख की घड़ी में, मैं उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. ॐ शांति!'