Navjot Singh Sidhu Birthday: नवजोत सिंह सिद्धू का नाम भारतीय क्रिकेट, राजनीति और मनोरंजन की दुनिया में जाना-पहचाना है. जहां एक ओर उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर अपनी बल्लेबाजी से खूब नाम कमाया, वहीं राजनीति और टीवी की दुनिया में भी उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई. लेकिन सिद्धू जितनी तेजी से चर्चाओं में आए, उतनी ही बार विवादों में भी घिरे रहे.
20 अक्टूबर को सिद्धू अपना जन्मदिन मनाने वाले हैं और इस मौके पर उनके करियर से जुड़े कुछ बड़े विवादों की चर्चा एक बार फिर शुरू हो गई है. आइए जानते हैं, वो मौके जब सिद्धू सुर्खियों में रहे.
नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान की यात्रा पर गए थे, जहां की एक तस्वीर ने उन्हें घोर विवादों में डाल दिया. उस फोटो में सिद्धू, प्रो-खालिस्तानी नेता गोपाल चावला के साथ नजर आए थे. जैसे ही यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई, लोगों ने सिद्धू को निशाने पर ले लिया. कई राजनीतिक दलों ने उन पर पाकिस्तान समर्थक होने के आरोप लगाए. सिद्धू को इस मामले में सफाई देनी पड़ी, लेकिन आलोचना लंबे समय तक उनका पीछा करती रही.
साल 2018 में इमरान खान जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया. सिद्धू वहां पहुंचे और इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगा लिया.
सिद्धू का यह हग भारत में भारी विवाद का कारण बन गया. कई लोगों ने इसे भारत की गरिमा के खिलाफ बताया. सिद्धू ने सफाई देते हुए कहा था कि वे सिर्फ एक इंसान हैं और उनके इरादे साफ थे, लेकिन विवाद ने राजनीतिक रूप से उन्हें काफी नुकसान पहुंचाया.
साल 2019 में जब पुलवामा आतंकी हमला हुआ, तो सिद्धू ने उस पर एक बयान दिया था जिसने पूरे देश में गुस्सा भड़का दिया. उन्होंने कहा था कि कुछ लोगों के कृत्य के लिए पूरे देश को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता. इस बयान के बाद जनता ने उनकी कड़ी आलोचना की और सोशल मीडिया पर उनका विरोध शुरू हो गया. इस बयान की वजह से सिद्धू को कपिल शर्मा के शो से भी बाहर कर दिया गया. उस समय यह विवाद कई हफ्तों तक चर्चा में बना रहा.
क्रिकेटर के रूप में सिद्धू का करियर शानदार रहा, लेकिन इसमें भी विवादों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा. साल 1996 में इंग्लैंड दौरे के दौरान उनकी कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन से बहस हो गई थी. इस झगड़े के बाद सिद्धू ने बीच दौरे से ही भारत लौटने का फैसला कर लिया था. यह मामला उस समय क्रिकेट जगत की बड़ी खबर बन गया था.
राजनीति में आने के बाद भी सिद्धू विवादों से दूर नहीं रह सके. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ उनके संबंध शुरू से ही तनावपूर्ण रहे. दोनों के बीच कई बार सार्वजनिक रूप से मतभेद देखने को मिले. यह टकराव इतना बढ़ गया कि कांग्रेस पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा.
कैप्टन अमरिंदर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, वहीं विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद सिद्धू ने भी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.