Kangana Ranaut: बॉलीवुड एक्ट्रेस और मंडी से सांसद कंगना रनौत ने हाल ही में मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं और एक सांसद के रूप में अपने अनुभवों पर खुलकर बात की. एक साक्षात्कार में कंगना ने बताया कि कैसे फिल्मी शूटिंग और राजनीतिक जीवन में मासिक धर्म को संभालना एक बड़ी चुनौती है.
'महिला सांसदों के लिए पीरियड्स है आपदा'
कंगना ने फिल्म इंडस्ट्री के अपने अनुभवों को शेयर करते हुए कहा कि शूटिंग के दौरान मासिक धर्म को संभालना मुश्किल होता था, लेकिन अब सांसद के रूप में यह और भी मुश्किल हो गया है. उन्होंने बताया, 'राजनीति में हम दिन में 12 घंटे तक सफर करते हैं. इस दौरान महिलाओं के लिए वॉशरूम ढूंढना बेहद मुश्किल है. यह समस्या सिर्फ मेरे लिए नहीं, बल्कि अन्य सांसदों के लिए भी है. यह एक गंभीर समस्या है, जिसे संभालना लगभग असंभव है. यह किसी आपदा से कम नहीं.'
कंगना ने आगे कहा कि मासिक धर्म को लेकर समाज में खुलकर बात नहीं होती, जो इसे और मुश्किल बनाता है. उन्होंने इस मुद्दे को उठाकर महिलाओं की रोजमर्रा की चुनौतियों पर ध्यान खींचा. कंगना का यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है, जहां कुछ लोग उनकी इस ईमानदारी की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ इसे एक जरूरी सामाजिक मुद्दे के रूप में देख रहे हैं. कंगना ने यह भी कहा कि यह समस्या सिर्फ सांसदों तक सीमित नहीं है, बल्कि देश की लाखों महिलाएं रोजाना ऐसी परेशानियों का सामना करती हैं.
आखिरी बार फिल्म 'इमरजेंसी' में नजर आई थीं कंगना रनौत
इस बीच फिल्मों की बात करें तो कंगना आखिरी बार अपनी पसंदीदा फिल्म 'इमरजेंसी' में नजर आई थीं, जो उनके निर्देशन में भी पहली फिल्म थी. इस फिल्म में उन्होंने भारत की दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभाई थी.